चीन के बाद अमेरिका के निशाने पर आया ये देश, कहा कोरोना को…

कोरोना वायरस आपके फेफड़ों को संक्रमित करता है. इसके दो मूल लक्षण होते हैं बुख़ार और सूखी खांसी. कई बार इसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक्कत पेश आती है.

कोरोना के कारण होने वाली खांसी आम खांसी नहीं होती. इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है .

24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये चिंता की बात हो सकती है.

लिहाजा दोनों देशों की सरकारों के साझा हित के लिए मिलकर काम करने की संभावना है. गेब्रियल के अनुसार, बीजिंग COVID-19 की उत्पत्ति को लेकर गलती जानकारी फैलाने के लिए रूस की रणनीति को अपना रहा है.

वहीं उन्होंने आगे कहा कि COVID-19 संकट से पहले भी हमने प्रोपेगेंडा फैलाने को लेकर रूस और चीन के बीच समन्वयक देखा है, लेकिन इस महामारी के मद्देनजर यह तेजी से बढ़ता जा रहा है.

ग्लोबल एंगेजमेंट सेंटर ने पहले कहा था कि रूस से जुड़े हजारों सोशल मीडिया अकाउंट्स महामारी के को लेकर साजिशें फैला रहे हैं.

जैसे कि उनके द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि वुहान से पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस को अमेरिका द्वारा निर्मित किया गया था. गौरतलब है कि चीन की तरफ से भी यह कहा गया था कि अमेरिकी सेना वायरस वुहान लेकर आई थी.

दुनियाभर में कोरोना महामारी का कहर लगातार जारी है. आपको बता दें कि ऐसे में कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका और चीन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. गौरतलब है कि अब अमेरिका का कहना है कि चीन और रूस ने कोरोना को लेकर गलत बातें फैलाई हैं.

विदेश विभाग के ग्लोबल एंगेजमेंट सेंटर का काम देखने वालीं ली गेब्रियल (Lea Gabrielle) ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘हमने ट्विटर पर ऐसे फर्जी खातों के नेटवर्क का पता लगाया है, जिन्हें चीन के इस दावे के समर्थन के लिए डिज़ाइन किया गया है कि वो दुनिया में COVID- 19 के प्रसार के लिए जिम्मेदार नहीं है’.