भारत और ईरान के बीच हुई बातचीत, अफगानिस्तान को लेकर कहा…

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दोल्लाहियन ने चाबहार प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के बीच ट्रेड के विस्तार की भी बात कही है।

बता दें कि अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध और कोरोना वायरस के कारण चाबहार प्रोजेक्ट पर बहुत धीमी गति से काम जारी है। भारत के लिए चाबहार पोर्ट बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पोर्ट भारत को अफगानिस्तान के साथ ही मध्य एशिया से जोड़ देता है। इसे मुंबई से मॉस्को कॉरिडोर का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है।

ईरान में इब्राहिम रईसी के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत ने ईरान पर अपना फोकस बढ़ा दिया है और यही कारण है कि विदेश मंत्री जयशंकर पिछले कुछ दिनों में दो बार ईरान का दौरा कर चुके हैं। इब्राहिम रईसी के शपथ ग्रहण समारोह में भी जयशंकर पहुंचे हुए थे। इन दोनों दौरों पर जयशंकर ने रईसी से कई मसलों पर बातचीत की थी।

भारतीय विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि उन्होंने ईरान के नए बने विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दोल्लाहियन से बातचीत की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान अफगानिस्तान और चाबहार पोर्ट को लेकर विशेष बातचीत हुई है।

दोनों विदेश मंत्रियों ने चाबहार प्रोजेक्ट पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। ईरान के नए विदेश मंत्री का पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बाद यह पहली बातचीत है। अफगानिस्तान को लेकर ईरान ने कहा है कि वह काबुल में समावेशी सरकार देखना चाहता है। भारत और ईरान ने अफगानिस्तान संकट को कम करने को लेकर भी बातचीत की है।