LOC पर बिगड़े हालात, हथियारों के साथ तैनात हुई सेना…

महानिदेशक श्रीनगर के बाहरी इलाके में बीएसएफ एसटीसी, हुमहामा में कांस्टेबल सुदीर सरकार को श्रद्धांजलि अर्पित करने के कार्यक्रम में मौजूद थे।

 

यहां पवार ने कहा कि यह घुसपैठ का प्रयास था, न कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) का हमला। सुरक्षाबलों को एक पखवाड़े पहले घुसपैठ के आतंकवादियों के प्रयास के बारे में सूचना मिली थी।

आगे महानिदेशक पवार ने कहा, ‘हमें लगभग 15 दिन पहले सूचना मिली थी कि आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश करेंगे। इसलिए हमारी घात लगाकर कार्रवाई करने वाली एवं गश्ती टीम ने क्षेत्र में रात के समय पहरेदारी की। रविवार रात को लगभग एक बजे गश्ती टीम को कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखीं और उसने आतंकवादियों को चुनौती दी।

ऐसे में बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक सुरिंदर पवार ने कहा, ‘अभियान अब भी जारी है। क्षेत्र काफी दुर्गम और ऊंचा-नीचा है। हम स्वयं को इस बारे में संतुष्ट करना चाहेंगे कि वहां कोई आतंकवादी नहीं है। नियंत्रण रेखा पर लगभग 250-300 आतंकवादी घुसपैठ का इंतजार कर रहे हैं। हमारी घुसपैठ रोधी ग्रिड काफी मजबूत है और इसकी क्षमताओं में सुधार एक नियमित कवायद है।’

लाइन ऑफ कंट्रोल(LOC) आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं। ऐसे में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर(JAMMU KASHMIR) में नियंत्रण रेखा पर माछिल सेक्टर में यह सुनिश्चित करने के लिए अभियान अब भी जारी है कि क्षेत्र में कहीं कोई अन्य आतंकवादी तो मौजूद नहीं है।

दरअसल रविवार को उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में आतंकवादियों की घुसपैठ करने की साजिश के चलते एक अधिकारी समेत तीन सैन्यकर्मी और बीएसएफ का एक कांस्टेबल शहीद हो गया था। साथ ही भारतीय सुरक्षाबलों ने इस दौरान साजिश की कोशिश कर रहे 3 आतंकवादियों को मार गिराया था।