चीन के झांसे में आना नेपाल को पड़ा भारी, अब डर रहे लोग

चीन नीति को लेकर प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के खिलाफ नेपाल में अब असंतोष बढ़ने लगा है। नेपाली अखबार ने खुलासा किया है कि चीन ने तिब्बत सीमा पर स्थित एक नेपाली गांव पर धौंस दिखाकर कब्जा कर लिया है।

इस गांव पर 60 सालों से चीन का कब्जा है और नेपाल की सरकार भी इसका विरोध करने से डरती नेपाल के कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार देश की कुल 10 जगहों पर चीन ने कब्जा कर लिया है।

यही नहीं पेइचिंग ने 33 हेक्टेयर की नेपाली जमीन पर नदियों की धारा बदलकर प्राकृतिक सीमा बना दी है और कब्जा कर बैठा है। नेपाल की कम्युनिस्ट सरकार ने चीन के इस कदम पर चुप्पी साध ली है।रही है।

अखबार में प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली पर भी सवाल खड़े किये हैं कि चीन से गांव लेने में वे भारत से जारी सीमा विवाद जैसी तत्परता नहीं दिखा रहा हैं। अख़बार के मुताबिक, चीन ने नेपाली सीमा में स्थित इस गांव में अपने पिलर भी लगा दिए हैं .

नेपाली सरकार ने इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराना भी ज़रूरी नहीं समझा। इस गोरखा जिले के राजस्व विभाग के दफ्तर में भी गांववालों से रेवेन्यू वसूले जाने के दस्तावेज मौजूद हैं।

पूरी दुनिया जानती है कि चालबाज चीन किसी का नहीं है। दोस्ती की आड़ में दूसरे देशों का दोहन करना और उसका जमीन हड़पना चीन की पुरानी नीति है। यह सब जानते हुए भी नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली चीन के झांसे में आ गए। चीन के बहकावे में आकर नेपाली प्रधानमंत्री अनाप शनाप हरकतें करने लगे। लेकिन अब नेपाली जनता की आंखों से चीन का पर्दा हटने लगा है।