टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों का सीएम योगी ने बढ़ाया मनोबल, कहा – मिलेगा…

मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान शूटर मेराज अहमद खान ने प्रदेश में शूटिंग रेंज की स्थापना की जरूरत बताई। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी और लखनऊ में शूटिंग रेंज की स्थापना हो रही है।

 

 

वह ओलंपिक से लौट कर आएं और परियोजना को देखकर उसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने में मदद करें। इसी तरह, एथलीट प्रियंका गोस्वामी द्वारा सिंथेटिक फील्ड के विकास की जरूरत बताने पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र ही यह अभाव दूर करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि सभी प्रतिभागी ओलंपिक से पदक ले कर आएं, फिर प्रदेश में वैश्विक मानकों पर खेल सुविधाओं के विकास के लिए अपनी कार्ययोजना बताएं। इन सुझावों के आधार पर सरकार सभी आवश्यक प्रबंध करेगी। संवाद के दौरान मौजूद खिलाड़ियों के अभिभावकों को बधाई देते हुए सीएम ने कहा कि बहुत जल्द सभी खिलाड़ियों के परिवारीजनों को लखनऊ आमंत्रित कर सम्मानित किया जाएगा।

स्वर्ण पदक पर छह करोड़, रजत पर चार और कांस्य पदक लाने वाले को दो करोड़ देगी सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार टोक्यो ओलंपिक के दौरान एकल प्रतिस्पर्धाओं के स्वर्ण पदक विजेताओं को छह करोड़, रजत पदक विजेताओं को चार करोड़ रुपये और कांस्य पदक लाने वाले खिलाड़ियों को दो करोड़ की सम्मान राशि प्रदान करेगी। इसी तरह, समूह खेलों में स्वर्ण पदक पर तीन करोड़, रजत पदक पर दो करोड़ और कांस्य पदक पर एक करोड़ की राशि से सम्मानित किया जाएगा। यही नहीं, ओलंपिक में प्रतिभाग कर रहे यूपी निवासी सभी खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपये भी प्रदान किए जाएंगे।

वर्चुअल माध्यम से हुए इस संवाद में सीएम योगी ने एक-एक कर सभी 10 प्रतिभागियों से कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों में भी जारी ओलंपिक के लिए उनकी तैयारियों के बारे जानकारी ली और उनके हौसलों को सराहा। वहीं, प्रदेश सरकार से खिलाड़ियों की अपेक्षा के बारे में पूछने पर खिलाड़ियों ने ओलंपिक जैसी वैश्विक स्पर्धाओं की तैयारी के लिए और बेहतर प्रबंध की जरूरत बताई।

मुख्यमंत्री ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र व राज्य सरकार खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। गांवों में खेल को लेकर माहौल बने, इसके लिए प्रदेश के सभी गांवों में खेल मैदान और ओपन जिम तैयार कराए जा रहे हैं। युवक मंगल दलों का गठन हो रहा है तो युवा प्रतिभाओं को स्पोर्ट किट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यही नहीं, मेरठ में अब खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। यह विश्वविद्यालय प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए एक बड़े केंद्र के रूप में उभर कर आएगा।

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की शुभकामनाएं आपके साथ हैं। कोरोना महामारी के इस कालखंड में आपके प्रयासों से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। सभी खिलाड़ी, ओलंपिक में मेडल लाकर उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश का मान बढ़ाएं और लौटकर आने के बाद खुद यूपी की खेल नीति तैयार करें।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए खिलाड़ियों और एथलीटों से सुझाव देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में एशियन खेल, राष्ट्रमंडल खेल और ओलंपिक जैसी प्रतिस्पर्धाओं की तैयारी के लिए खिलाड़ियों को जो भी सुविधाएं चाहिए, वह दी जाएंगी। इस बारे में खिलाड़ी/एथलीट ही प्रदेश के खेल विभाग के साथ मिलकर नीति तैयार करेंगे। खिलाड़ियों ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। सीएम ने प्रियंका गोस्वामी, अन्नू रानी, सौरभ चैधरी, मेराज अहमद खान, अरविंद सिंह, सीमा पुनिया, वंदना कटारिया, सतीश कुमार, शिवपाल सिंह एवं ललित कुमार उपाध्याय से गोरखपुर से वर्चुअल वार्ता की।