चीनी सेना ने नेपाल की सेना को…बंदूकें और…

दक्षिण चीन सागर (South China Sea) पर कब्जे को लेकर दुनिया से दुश्मनी मोल लेने वाला चीन अपनी नौ सेना और वायु सेना को अत्यधिक मजबूत बनाने में जुटा है।

इसके लिए उसने एक असाधारण रणनीतिक बदलाव करते हुए अपनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को अत्याधुनिक बनाने के लिए थल सेना के आकार में लगभग 50 फीसद तक की कटौती कर दी है। हालांकि, इस कटौती के बाद भी 20 लाख सैनिकों के साथ पीएलए दुनिया की सबसे बड़ी सेना बनी हुई है।

हो यानछी ने कहा कि वायरस कोई सीमा नहीं जानता है, और महामारी हमारा समान दुश्मन है। कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए नेपाल ने सिलसिलेवार सकारात्मक कदम उठाया।

इस में नेपाल की सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। चीन सरकार और चीनी जन मुक्ति सेना लगातार नेपाल की सरकार और सेना के साथ महामारी को रोकने के लिए सहयोग करेगी।

थापा ने मूल्यवान सामग्री सहायता देने के लिए चीनी जन मुक्ति सेना के प्रति आभार प्रकट किया और महामारी को नियंत्रण लगाने के लिए कारगर कदम उठने के लिए चीन की प्रशंसा भी की।

उन्होंने कहा कि नेपाल दोनों पक्षों के बीच महामारी विरोधी सहयोग करने को आगे बढ़ाना चाहता है। ध्यान रहे, नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय द्वारा 13 तारीख को जारी आंकड़ों के अनुसार उस दिन नेपाल में कोविड-19 के 26 नए मामले और कुल 243 मामले दर्ज हुए। (साभार ,चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

नेपाल की सेना की मांग के अनुसार और चीनी फौजी आयोग की मंजूरी मिलने के बाद चीनी जन मुक्ति सेना ने 13 मई को हवाई सेना के विमान से नेपाल की सेना को सुरक्षात्मक कपड़े, मेडिकल मास्क, ललाट तापमान बंदूकें और अन्य महामारी विरोधी सामग्री प्रदान की है।

उस दिन दोपहर के बाद चीन और नेपाल दोनों पक्षों ने नेपाल की सेना के मुख्यालय में महामारी विरोधी सामग्री सौंपने के समारोह का आयोजन किया। नेपाल स्थित चीनी राजदूत हो यानछी और नेपाल की सेना के चीफ आफ स्टाफ थापा ने इस में भाग लिया।