पश्चिम बंगाल में झोपड़ी में रहने वाली चंदना बनीं विधायक, खाते में सिर्फ 6 हजार रुपए

चंदना बाउरी ने अपना नामांकन भरते समय चुनाव आयोग को शपथपत्र दिया था जिसमें उन्होंने अपने बैंक खाते में सिर्फ 6,335 रुपये होने वाली बात कही थी। इतना ही नहीं उनके पति के खाते में भी महज 1,561 रुपये जमा हैं। शपथपत्र के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति महज 31,985 रुपये है।

वहीं चंदना के पति मजदूर हैं और उसी से वह अपने परिवार का पेट पालते हैं। उनके पास किसी तरह की कृषि भूमि भी नहीं है। चंदना ने 12वीं तक पढ़ाई की है और उनके पति महज आठवीं पास हैं। बता दें कई लोगों ने चंदना की जीत को शानदार और प्रेरणादायक बताया। उन्हें कई भाजपा नेताओं और लोगों द्वारा ट्विटर पर बाधाईयां दी जा रही हैं।

चंदना बाउरी मार्च में हुई एएनआई से बातचीत में बताया था कि टिकटों की घोषणा से पहले मुझे नहीं पता था कि मुझे विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में चुना जाएगा। कई लोगों ने मुझे ऑनलाइन नामांकन के लिए आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया, लेकिन मुझे नहीं लगा कि मैं यह उपलब्धि हासिल कर पाउंगी।

चंदना बाउरी की ये जीत ऐसी महिलाओं को प्रोरित करने वाली है जो गरीब परिवार से संबंध रखती हैं। उन्होंने इस सीट पर जीत कर साबित कर दिया कि जीत के लिए किसी पार्टी के परिवार वाला, अमीर और रुतबा होना ही काफी नहीं है। उनकी ये ऐतिहासिक जीत कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।

भाजपा नेता सुनील देवधर ने ट्वीट कर बताया कि चंदना बाउरी की उम्र भर की जमा पूंजी केवल 31985 रुपये है। वह झोपड़ी में रहती हैं। वह एक गरीब मजदूर की पत्नी हैं। चंदना अनुसूचित जाति से आती हैं और उनके पास केवल 3 बकरियां व 3 गाय हैं। चंदना बाउरी का सभी हार्दिक अभिनंदर करें।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा के टिकट पर सालतोरा सीट से चुनाव लड़ने वाली चंदना बाउरी चर्चा का विषय बन गई है। राज्य में भाजपा भले ही टीएमसी से हार गई हो, लेकिन सालतोरा सीट पर चंदना बाउरी ने उम्मीदवार संतो मंडल को हरा कर जीत हासिल की है।