नागरिकता कानून के प्रदर्शन के दौरान कुछ विपक्ष के नेता ने कहा था कि सेना को राजनीतिक बयान से बचना चाहिए, जिसके बाद अब बिपिन रावत ने आज उसका जवाब दिया है.
आपको बता दें कि देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर बुधवार को बिपिन रावत ने कार्यभार संभाल लिया. साउथ ब्लॉक पर उन्हें तीनों सेनाओं के जवानों ने सलामी दी.गौरतलब है कि पदभार संभालने के बाद बिपिन रावत ने मीडिया से बात की और उनकी नियुक्ति पर उठ रहे सवालों का जवाब भी दिया. राजनीतिक बयानबाजी को लेकर बिपिन रावत ने कहा कि सेना इससे दूर ही रहती है.
आपको बता दें कि बुधवार को बिपिन रावत ने कहा कि CDS का काम तीनों सेनाओं को एकजुट बनाना, हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे. अब आगे की कार्रवाई टीम वर्क की जरिए होगी, CDS सिर्फ सहयोग करेगा. 1+1+1 के जोड़ को 3 नहीं, 5 या 7 बनाएंगे. जो भी संसाधन हैं, उसपर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस तीनों सेनाओं को एक साथ करना होगा. इससे अलग जो काम हमें मिलेगा, हम उसपर आगे बढ़ेंगे. अगर सरकार ने तीन साल का कार्यकाल दिया है, तो कुछ सोच समझकर ही दिया होगा. बिपिन रावत से जब पूछा गया कि विपक्ष कहता है कि सेना को राजनीति से दूर रहना चाहिए, इसपर उन्होंने जवाब दिया कि हम राजनीति से दूर ही रहते हैं.