प्रियंका गांधी का बड़ा बयान, कहा पुलिस ने मेरा…, महिला अधिकारी बोलीं- ऐसा…

 कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस पर शनिवार (28 दिसंबर) को गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने बोला कि कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरूद्ध लखनऊ में हुई हिंसा के मुद्दे में अरैस्ट किये गये पूर्व आईपीएस (IPS) अधिकारी के घर जाते वक्त उन्हें रोकने की प्रयास कर रही महिला पुलिस ने उनका गला दबाकर उन्हें गिराया.

 

 

हालांकि अब पुलिस ने प्रियंका के आरोपों को बिल्कुल गलत करार दिया है. पुलिस द्वारा जारी एक पत्र में बोला गया कि सोशल मीडिया पर चल रही प्रियंका के साथ धक्कामुक्की की खबरें पूरी तरह से गलत है.

प्रियंका गांधी का आरोप: उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मैं गाड़ी से उतरकर पैदल चलने लगी. मुझे घेरा गया  एक महिला पुलिसकर्मी ने मेरा गला दबाया. मुझे धक्का दिया गया  मैं गिर गयी. आगे चलकर फिर मुझे पकड़ा तो मैं एक कार्यकर्ता के दो पहिया वाहन से निकली. उसे भी गिरा दिया गया.” कांग्रेस पार्टी महासचिव ने अपने फेसबुक पेज पर भी यही बात लिखते हुए कहा, ‘‘मगर मेरा निश्चय अटल है. मैं यूपी में पुलिस दमन का शिकार हुए हरेक नागरिक के साथ खड़ी हूं. मेरा सत्याग्रह है. बीजेपी सरकार कायरों वाली हरकत कर रही है. मैं यूपी की प्रभारी हूं  मैं प्रदेश में कहां जाऊंगी यह बीजेपी सरकार नहीं तय करेगी.

महिला पुलिस अधिकारी का बयान: पुलिस क्षेत्राधिकारी (CO) अर्चना सिंह ने अपने उच्चाधिकारियों को दी गई सूचना में बोला है कि प्रियंका के प्रोग्राम में उनकी ड्यूटी फ्लीट प्रभारी के रूप में लगाई गई थी. प्रियंका गोखले मार्ग स्थित कौल हाउस के लिए रवाना हुई थी, मगर उनकी गाड़ी निर्धारित मार्ग से ना जाकर लोहिया पथ की तरफ जाने लगी. इस पर उनसे पूछा गया कि वह कहां जाना चाहती हैं. अर्चना ने बोला कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रियंका के गंतव्य के बारे में जानकारी देने से मना कर दिया. उसके बाद प्रियंका गाड़ी से उतरकर कार्यकर्ताओं के साथ पैदल चलने लगीं. गला पकड़ना  गिराना आदि जैसी कुछ भ्रामक बातें सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही हैं, जो बिल्कुल झूठ हैं.

पूर्व पुलिस अधिकारी के घर पहुंची प्रियंका: कांग्रेस पार्टी नेत्री ने कहा, ‘‘दारापुरी 77 वर्ष के पूर्व पुलिस अधिकारी हैं. उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन के लिये फेसबुक पर पोस्ट डाली थी. इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें अरैस्ट कर लिया. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह ने बताया कि पुलिस के एक क्षेत्राधिकारी ने लोहिया चौराहे पर प्रियंका के वाहन के आगे अपनी गाड़ी लगा दी तो वह पैदल ही चल पड़ीं. करीब एक किलोमीटर दूर पुल पार करने के बाद प्रियंका फिर गाड़ी पर बैठीं. आगे मुंशी पुलिया इलाके में पुलिस ने उन्हें फिर रोका तो वह दोबारा पैदल चलने लगीं  इंदिरा नगर के सेक्टर 18 में आकस्मित एक गली में मुड़ गयीं. इस हाई वोल्टेज ड्रामे के दौरान हलकान हुई पुलिस  पार्टी नेताओं के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया.