बता दें कि कार्यकारी बोर्ड की दो दिवसीय बैठक के बाद उन्होंने कहा कि कोरोना के गंभीर रूख को मद्देनजर रखते हुए अब कोरोना वैक्सीन की दरकार महसूस की जा रही है, और उम्मीद जताई जा रही है .
इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी। डब्लूएचओ की अगुवाई वाली COVAX में नौ वैक्सीन का ट्राइल चल रहा है। इसका उद्देश्य 2 करोड़ लोगों को खुराक वितरित करना है।
यह सवाल अभी-भी लोगों के जेहन में कौंध रहा है, लेकिन अब इस सवाल का जवाब देने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने खुद मोर्चा संभाल लिया है।
बता दें कि डब्लूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी। अगर इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन बनकर तैयार होती है.
तो यकीनन यह उन हजारों लोगों के लिए संजीवनी से कम नहीं होगी, जो मौजूदा समय में कोरोना के खौफ के साए में जिंदगी जीने को मजबूर हो चुके हैं।
मौजूदा समय में पूरा विश्व कोरोना वायरस के खौफ से सहम चुका है। चौतरफा त्राहि-त्राहि का आलम है। इस बीच इंतजार है तो बस किसी ऐसी संजीवनी का, जो इस कोरोना वायरस से हमें निजात दिला सके।
इस दौरान लोगों की आशाभरी निगाहें कोरोना वैक्सीन पर आकर टिक गई है, लेकिन यह वैक्सीन कब मिल पाएगी? चिकित्सक संस्थानों में इसका सार्वभोमिक उपोयग कब से शुरू होगा?