कोरोना वायरस को लेकर सामने आई ये बड़ी खबर, मर सकता है ऐसा…

दावा है कि कोरोना वायरस स्टेनलेस स्टील, लिनोलियम, कांच, प्लास्टिक और सिरेमिक सतहों पर 48 घंटे तक  सक्रिय रहता है. शोध में पाया गया कि वायरस अस्थिर है और अधिकांश घरेलू कीटाणुनाशक इसके खिलाफ प्रभावी हैं.

 

इससे पता चला कि 30% सांद्रता के इथाइल और आइसोप्रोपिल अल्कोहल आधे मिनट में वायरस के एक लाख कणों को मार सकते हैं, जो पिछले अध्ययनों का खंडन करते हैं जिसमें कहा गया था कि 60% से अधिक सांद्रता की आवश्यक है.

रूसी फेडरल सर्विस फॉर ह्यूमन वेलबीइंग में प्रकाशित एक शोध में दावा किया गया है उबलते हुए पानी में Sars-CoV-2 वायरस पूरी तरह से और तुरंत मारता है.स्टडी में दावा किया गया है कि वायरस कुछ स्थितियों में पानी में रह सकता है, लेकिन यह समुद्र में और ताजे पानी में खुद को बढ़ा नहीं सकता है.

स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी वैक्टर के एक अध्ययन के अनुसार, वायरस का लचीलापन सीधे तौर पर पानी के तापमान पर निर्भर है – 90% वायरस के कण 24 घंटे में रूम के तामपान पर मर जाते हैं जबकि 72 घंटे के अंदर 99.9% वायरस नष्ट हो जाते हैं.

दूसरी तरफ आए दिन कोरोना वायरस को लेकर कोई ना कोई शोध सामने आता रहता है. वहीं अब एक रूसी वैज्ञानिक ने दावा किया है कि पानी के अंदर 70 घंटे तक रहने से कोरोना वायरस लगभग पूरी तरह से नष्ट हो जाता है.

दुनिया भर के वैज्ञानिक इस वायरस की वैक्सीन बनाने के काम में लगे हुए हैं. हालांकि, किसी को अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है, लेकिन जिन वैक्सीन पर काम चल रहा है उसमें ट्रायल के दौरान नतीजे अच्छे आए हैं.

कोरोना वायरस पूरे दुनिया में तबाही मचा दिया है। लोग काफी डरे सहमे हुए हैं। फिर भी रोजाना की वस्तु लाने के लिए लोगों को बाहर जाना ही पड़ता है। बाहर निकलने पर लगता है कि करो ना मुझे जकड़ लिया हो, हर समय दुविधा  में पड़े रहते हैं।