रक्षाबंधन को लेकर आई ये बड़ी खबर, सुबह 9: 30 बजे से शुरू होगा…लेकिन कोरोना के…

इससे निपटने के लिए जीपीओ में इस बार सात काउंटर लगाए गए हैं। प्रतिदिन इन काउंटरों पर 20-30 हजार राखियां भेजने के लिए आ रही हैं। एक हफ्ते में ही एक लाख से ज्यादा राखी डाक के लिए आई हैं।

 

भाईयों को भी न आने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में इस बार डाकघरों पर राखियां भेजने का ज्यादा लोड है। घंटाघर स्थित मुख्य डाकघर (जीपीओ) में डाक से राखी भेजने के लिए प्रतिदिन भीड़ उमड़ रही है।

कोरोना के डर से रक्षाबंधन पर आने-जाने से बच रहे भाई-बहन कोरोना संक्रमण का असर भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन पर्व पर भी साफ देखने को मिल रहा है। संक्रमण के डर से बहनें दूर रह रहे भाईयों के पास जाने से बच रही हैं।

इसके बाद ही रक्षा बंधन मनाना शुभ होगा। कहा कि इस दिन ब्राह्मण समाज के लिए भी उपाकर्म के रूप में महत्वपूर्ण दिवस होता है। ब्राह्मण समाज के लोग पूजा पाठ कर जनेऊ को बदलते हैं। मान्यता है कि इस कर्म से पित्रों को भी मोक्ष मिलता है।

इस बार रक्षाबंधन श्रावण मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन तीन अगस्त को होगा। वहीं भाई बहन कोरोना महामारी के खौफ से रक्षाबंधन में आने-जाने से बच रहे हैं।

रक्षाबंधन का मुहूर्त सुबह 9:28 बजे से शुरू होगा। उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रवक्ता आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममाइं ने कहा कि 3 अगस्त को रक्षा बंधन और मैदानी क्षेत्रों के सावन का आखिरी दिन है। इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है। रक्षा बंधन के दिन सुबह 9:28 बजे भद्रा रहेगी।