बड़ी खबर : कोरोना से अस्पतालों में यहाँ आया भूचाल, मरीजों को …भी मिलना हुआ मुश्किल

दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्‍तान प्रांत में सरकार के प्रवक्ता लियाकत शहवानी ने एएफपी से बातचीत में कहा कि वर्तमान की स्थिति बेहद गंभीर है। उनके मुताबिक अधिकारियों को उसका सामना करने में संघर्ष करना पड़ रहा हैआपको यहां पर ये भी बता दें कि पिछले ही दिनों के पाकिस्‍तान के सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को बढ़ते कोरोना वायरस के मामले पर चिंता जाहिर की थी। इसको लेकर कोर्ट ने सरकार को डांट भी लगाई थी और कमियों को दूर कर व्‍यापक नीति बनाने का आदेश दिया था। इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्‍वत: संज्ञान लिया था। आपको यहां पर ये भी बता दें कि पाकिस्‍तान में लॉकडाउन को लेकर शुरुआत से ही प्रधानमंत्री इमरान खान टालमटोल करते रहे थे।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक अस्पतालों ने भी चेतावनी दी कि उनके पास मरीजों का इलाज करने के लिए बिस्तर खत्म हो रहे हैं। आपको बता दें कि पिछले कुछ सप्‍ताह में पाकिस्तान में नए मामलों में चिंताजनक बढ़ोतरी हुई है। यहां पर मरने वालों की संख्या 2 हजार को पार कर गई है।सिंध में बढ़ते मामलों को लेकर सरकार के खिलाफ सामने आने वाले सिकंदर अली मेमन का कहना है कि लोगों ने आइसोलेशन को मानना बंद कर दिया है, इसलिए संकट बढ़ गया है। ।

पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के मामले एक लाख को पार कर चुके हैं। वहां पर लगातार समस्‍या गंभीर हो रही है इस बीच अस्‍पतालों में बिस्‍तरों की कमी भी उजागर होने से पाकिस्‍तान सरकार की काफी किरकिरी भी हो रही है।

उनके मुताबिक कराची स्थित स्वास्थ्य केंद्र मरीजों को भर्ती करने से इनकार करने लगे हैं। इंडस अस्पताल के बाहर लगे साइन बोर्ड पर लिखा गया है कि यहां कोरोना वायरस मरीजों के लिए जगह नहीं है। पाकिस्‍तान की ये स्थिति लगातार नाजुक होती दिखाई दे रही है।

एएफपी के मुताबिक पाकिस्‍तान में पिछले सप्ताह ही एक सरकारी रिपोर्ट लीक हो गई थी। इस रिपोर्ट में अकेले लाहौर में ही संक्रमण के 7 लाख मामले होने की बात कही गई थी। एएफपी ने शहर के कई अहम अस्पतालों के डॉक्टरों के हवाले से कहा है कि उनके पास बिस्तर, वेंटिलेटर और दूसरे जरूरी साधन खत्म हो रहे हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक सर्विसेज हॉस्पिटल लाहौर के डॉक्टर फारूक साहिल ने कहा है कि जैसे जैसे मामले बढ़ रहे हैं, स्वास्थ्यकर्मी भी इस वायरस से अधिक संख्‍या में संक्रमित होते जा रहे हैं।

उनके अलावा यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ पंजाब के अध्यक्ष खिजेर हयात ने कहा कि पूरे पंजाब में स्वास्थ्य संस्थानों को मदद चाहिए। उनके मुताबिक अस्पतालों में बिस्तर खत्म हो रहे हैं और उन्‍हें पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर भी नहीं दिए गए हैं।