कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर सामने आई ये बड़ी खबर , WHO ने जताई चिंता

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर फैल रही गलत जानकारियों पर चिंता जाहिर की है। संगठन ने शनिवार को कहा है कि दुनिया भर में संक्रमण के मामले बढ़ने के कई कारण हैं और गलत जानकारी भी इनमें से एक है। हाल की में दक्षिण कोरिया और यूरोप के कई देशों में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।

WHO की कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वेन केरकोव ने कहा कि महामारी खत्म हो गई है, ओमिक्रॉन हल्का है और यह कोविड का आखिरी वेरिएंट है, जैसी कई गलत जानकारियां दुविधा पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके चलते वायरस को बढ़ने में मदद मिल रही है। इस दौरान उन्होंने टीकाकरण पर भी बात की और कहा कि वैक्सीन गंभीर बीमारी और मौत से बचाने में काफी असरदार है।

उन्होंने कहा, ‘बाहर हमारे पास भारी मात्रा में गलत जनकारी है। गलत जानकारी कि ओमिक्रॉन हल्का है। गलत जानकारी कि महामारी खत्म हो चुकी है। गलत जानकारी कि यह आखिरी वेरिएंट है, जिसका हमें सामना करना है। यह वास्तव में बहुत दुविधा पैदा कर रहा है।’

केरकोव ने कहा कि BA.2 अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट नजर आ रहा है। उन्होंने जानकारी दी, ‘हमें आबादी के स्तर पर BA.1 से तुलना में BA.2 की गंभीरता में कोई बदलाव नजर नहीं आया। हालांकि, ज्यादा मामलों के साथ आप अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या में इजाफा देखेंगे और यह बढ़ी हुई मौतों में बदल जाता है।’

बीते सप्ताह की तुलना में विश्व स्तर पर संक्रमण के नए मामलों में 8 फीसदी इजाफा हुआ है। संगठन के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में हाल ज्यादा खराब नजर आ रहे हैं। यहां मरीजों की संख्या 25 फीसदी और मौतें 27 फीसदी बढ़ गई हैं। कई जानकार इस बात पर चिंता जता चुके हैं कि यूरोप कोरोना वायरस की एक और लहर का सामना कर रहा है। मार्च की शुरुआत से ही ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड और ब्रिटेन में मामलों का बढ़ना जारी है।