भारत ने चीन को दिया ये बड़ा झटका, वापस लिया…

इसका सीधा असर चीन पर पड़ेगा जो भारतीय कंपनियों के टेकओवर की कोशिशों में लगा हुआ है और कोविड-19 की वजह से उनकी मार्केट वैल्‍यू पर खासा असर पड़ा है।

 

यह नई नीति इसलिए और ज्‍यादा खास इसलिए भी है क्‍योंकि इस तरह की बंदिशें पहले से ही पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश के निवेशकों पर है।

मगर अब इन प्रतिबंधों को चीनी निवेशकों तक भी बढ़ा दिया गया है। चीनी निवेशक हांगकांग, सिंगापुर और दूसरे देशों के रास्‍ते देश में निवेश करते हैं और इससे उन्‍हें बड़ा फायदा पहुंचता है।

सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर घरेलू कंपनियों के लिए मुश्किल माहौल का फायदा उठाते हुये बेहतर अवसर देखकर खरीदने की कोशिशों को रोकने के लिए यह कदम उठाया है।

कोरोना वायरस महामारी के बीच ही भारत ने अपनी फॉरेन डायरेक्‍ट इनवेस्‍टमेंट (एफडीआई) नीति में बदलाव किया है। अब इस बदली हुई नीति के बाद उन तमाम विदेशी निवेशकों पर पूरी तरह से बैन लग जाएगा जो भारतीय सीमा से सटे देशों से रहने वाले हैं।

नई नीति के बाद अब भारत के बॉर्डर साझा करने वाले देशों के विदेशी निवेशकों के लिए सरकारी मंजूरी हर हाल में अनिर्वाय होगी।

सरकार की इस नीति का सीधा असर चीन और यहां के निवेशकों पर पड़ने वाला है और इसलिए यह नई नीति काफी महत्‍वपूर्ण हो गई है।