दो महीने से अधिक समय तक लगे प्रतिबंध में अब ढील दी गई

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आज से पर्यटक (Tourists) आराम से भूमि का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर (Kashmir) की खूबसूरत वादियों में घूमने जा सकेंगे दो महीने पहले आतंकवादी खतरे (Terrorist) को देखते हुए पर्यटकों के जम्मू और कश्मीर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी यही नहीं जो पर्यटक उस वक्त जम्मू और कश्मीर में उपस्थित थे, उन्हें भी तुरंत वहां से वापस जाने के आदेश जारी कर दिए गए थे गवर्नर सत्य पाल मलिक (Satya Pal Malik) ने सोमवार को सुरक्षा समीक्षा मीटिंग (Security review meeting) के बाद पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध हटाने का निर्णय किया था

बताते चलें कि सरकार ने ‘आतंकी खतरे की खुफिया सूचना’ का हवाला देते हुए अमरनाथ यात्रा को भी बीच में रोक दिया था इसके बाद से किसी को भी घाटी में रुकने की इजाजत नहीं दी गई थी इस कदम के तीन दिनों के भीतर केन्द्र सरकार ने संसद में आर्टिकल 370 को रद्द करने का निर्णय कर लिया था इसी के साथ दो केन्द्र शासित प्रदेशों का भी ऐलान किया था किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सरकार ने घाटी में सभी फोन लाइन  मोबाइल सेवाओं पर भी रोक लगा दी थी इस दौरान प्रदेश के बहुत ज्यादा नेताओं को अरैस्ट कर लिया गया था  किसी भी बवाल से बचने के लिए अलावा सैनिकों को तैनात किया था

दो महीने से अधिक समय तक लगे प्रतिबंध में अब ढील दी गई है इस छूट का लाभ ज्यादातर जम्मू के लोगों को मिल रहा है कश्मीर में अभी भी कई इलाकों में मोबाइल  इंटरनेट सेवाओं पर रोक जारी है पर्यटक ऑपरेटरों ने अगस्त के अंत में मीडिया को बताया था कि पर्यटकों के न आने से बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है बताया जाता है कि 5 अगस्त के बाद महज 150 विदेशी यात्रियों ने ही कश्मीर का दौरा किया है जबकि प्रारम्भ के सात महीनों में 5 लाख से अधिक लोगों ने घाटी में घूमने गए थे