प्रदूषण से जूझ रही दिल्‍ली के लिए एक और बुरी खबर, अब सबसे ज्‍यादा खराब होगी लोगों की सेहत

प्रदूषण से जूझ रही दिल्‍ली के लिए एक और बुरी खबर है। हवा के बाद अब पानी के लिए हुए सैंपल भी अपने मानक पर पूरे साबित नहीं हुए हैं। दिल्‍ली के पानी की क्‍वालिटी सबसे ज्‍यादा खराब है वहीं मुबंई के पानी का सैंपल सबसे बढ़िया है। यह कहना है केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का। बता दें कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पहले भी दिल्‍ली स रकार पर पानी की गुणवत्‍ता को लेकर सवाल उठाए थे जिसके जवाब में दिल्‍ली के सीएम ने इसे राजनीतिक करार दिया था।

एक महीने से हो रही राजनीतिक बयानबाजी

बता दें कि दिल्‍ली में पीने के पानी पर पिछले एक महीने से रार मची हुई है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पहले भी दिल्‍ली के पानी को लेकर बयान दिया था कि पानी की क्‍वालिटी पीने लायक नहीं है। इसके बाद से केजरीवाल सरकार और जल बोर्ड ने उनके उस दावे को गलत बताया। सरकार ने साफ किया कि पानी की गुणवत्‍ता की जांच नियमित तौर पर होती है। इसलिए दिल्‍ली का पानी पीने योग्‍य है।

लैब में होती है नियमित जांच

जल बोर्ड के उपाध्‍यक्ष दिनेश मोहनिया ने कहा कि पानी की गुणवत्‍ता जांच के लिए 21 लैब हैं।इनकी नियमित जांच होती है। अगर कही समस्‍या मिलती है तो इसकी जांच करवा कर समस्‍या का निराकरण किया जाता है। बता दें कि जल बोर्ड के अधिकारी कहते हैं कि शोधन संयंत्रों में 24 घंटे पानी की गुणवत्ता पर नजर रखी जाती है। महज एक से दो फीसद सैंपल में ही दूषित पानी की समस्या मिलती है। जल बोर्ड ने 20 से 23 सितंबर के बीच पानी के कुल 570 सैंपल उठाए। इसमें से 563 सैंपल की गुणवत्ता बेहतर पाई गई।