अटल आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले निजी अस्पतालों से 2.15 करोड़ की रिकवरी की गई है। राज्य आयुष्मान अभिकरण ने अब तक फर्जीवाड़ा करने वाले 13 निजी अस्पतालों पर कार्रवाई कर 91 प्रतिशत रिकवरी की है। जबकि शेष 20 लाख के लिए कार्रवाई जारी है। पेनल्टी की राशि जमा न करने पर दो निजी अस्पतालों को आरसी जारी करने के लिए एक सप्ताह का नोटिस दिया गया है।
आयुष्मान योजना में गोल्डन कार्ड धारक मरीजों का इलाज करने में निजी अस्पतालों का फर्जीवाड़ा सामने आने पर सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। प्रदेश में आयुष्मान योजना शुरू होने से लेकर अब तक देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जनपद में 13 निजी अस्पतालों में घपले पकड़े गए। इन अस्पतालों का अनुबंध निरस्त करने के साथ 2664 क्लेम के मामले रद किया।
जिसमें कुल 2.35 करोड़ की वसूली करने के लिए अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसमें 2.15 करोड़ की राशि अस्पतालों ने राज्य आयुष्मान अभिकरण को वापस लौटा दी है। जबकि दो अस्पतालों की ओर से पेनल्टी राशि जमा नहीं की गई। इन अस्पतालों के खिलाफ संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई करने के लिए एक सप्ताह का नोटिस दिया गया है।
राज्य आयुष्मान मिशन के निदेशक प्रशासन डॉ.अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने पर निजी अस्पतालों से 91 प्रतिशत रिकवरी की गई है। जिन अस्पतालों की ओर से रिकवरी राशि जमा नहीं की गई है। उनके खिलाफ आरसी जारी कर संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। दो अस्पतालों को एक सप्ताह के भीतर राशि जमा करने का नोटिस दिया गया है। इसके बाद जिला प्रशासन के माध्यम से आरसी जारी की जाएगी।