सेना को चीन ने रोका, सीमा हुई बंद, अटकी सबकी निगाहे…, बढ़ता जा रहा खतरा…

अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान पश्चिमी मोर्चे पर अब तक भारतीय सेना से इंगेज है, जिसके चलते भारतीय सेना को दूसरे कमांड की टुकड़ियों के जरिए लद्दाख में अपनी मौजूदगी का दायरा बढ़ाना पड़ा।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अपनी दो ब्रिगेड्स डेप्सांग के मैदानी इलाके में तैनात की हुई हैं, जिससे भारत का संपर्क ट्रैडिनशनल पैट्रोलिंग प्वाइंट पीपी 10 से लेकर पीपी 13 तक कट गया। अधिकारी के मुताबिक चीन ने हमारे ही इलाके से हमारा ही संपर्क काटने की कोशिश मौजूदा गतिरोध से कुछ हफ्ते पहले ही की थी।

लेकिन क्या आपको बता है कि ऐसा ऐसी भी जगह है, जहां पर भारतीय सेना 10-15 साल से नहीं जा सकी है। चीन और भारत में मई महीने से तनाव जारी है, ऐसे में आपने कई इलाकों के नाम सुने होंगे, लेकिन इस दौरान डेप्सांग के मैदानों (Depsang Plains) का कोई जिक्र नहीं किया गया।

एक अधिकारी ने इस दौरान बताया कि डेप्सांग के मैदानों में भारत का कोई भी क्षेत्र चीन के कब्जे में नहीं है, लेकिन यहां पर बीते 15 सालों से सेना नहीं जा सकी है।

गौरतलब है कि जब चीनी सैनिकों ने अगस्त महीने के आखिरी में पेंगॉन्ग के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ करने की कोशिश की, तो ना केवल भारतीय जवानों ने उन्होंने मार खदेड़ा, बल्कि दक्षिणी किनारे की ओर अहम चोटियों पर कब्जा भी कर लिया। सेना ने गुरंग हिल, मगर हिल, मुखपरी, रेचिन ला जैसी अहम चोटियों पर अपना अधिकार वापस जमा लिया। भारतीय सेना ने चीन द्वारा कब्जाई गई जमीनों पर फिर से अपना अधिकार जमा लिया है।

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। ये तनाव अगस्त महीने के आखिरी में और बढ़ गया। चीनी सेना की ओर से की गई घुसपैठ के बाद से सीमा पर पहले जैसी स्थति बहाल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच उच्चस्तरीय बैठकें जारी हैं। लेकिन अभी भी स्थिति में कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है। कहा जा रहा है कि लद्दाख के कई इलाकों में भारतीय और चीनी सैनिक एकदम आमने सामने हैं।