कोरोना वायरस के बीच इस नेता उपवास पर बैठने की घोषणा , एक मई को से…

ट्वीट कर काव्यात्मक लहजे में लिखा, “पांच ही तो काम करने थे बिहार सरकार को इस महासंकट में। ‘अप्रवासी मजदूरों की घर बुलाई, चुप कराना भूखे बच्चों की रुलाई, हर बिहारी को राशन और दवाई, सरकार इतना भी नहीं कर पाई।’ आपकी बहानेबाजी में 35 दिन बीत गए अब अप्रवासी कामगारों को अविलंब वापस बुलाओ।”

 

तेजस्वी ने एक मई को उपवास करने की घोषणा करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा, “राजद द्वारा बिहार सरकार की मजदूरों के प्रति अमानवीय नीतियों, गरीबों के राशन कार्ड एवं राशन वितरण में हो रही धांधलियों के विरुद्घ 1 मई, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर अपने-अपने घरों से सांकेतिक उपवास और सुबह 10 से 12 बजे तक शारीरिक दूरी बनाते हुए अनशन के जरिए विरोध प्रकट किया जाएगा।”

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “असंवेदनशील, निकम्मी और क्रूर बिहार सरकार की प्रशासनिक विफलता के कारण 25 लाख अप्रवासी बिहारीवासी बाहर फंसे हैं।

35 दिन बाद भी उन्हें वापस बुलाने की कोई समग्र योजना व वैकल्पिक उपाय नहीं है। इस गूंगी, अंधी और बहरी सरकार का मुंह, आंख और कान खोलने के लिए हम सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन करेंगे।”

कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी बिहार में राजनीति जारी है। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अन्य राज्यों में फंसे बिहार मजदूरों को लाने की मांग और राशन वितरण में हो रही धांधली को लेकर मजदूर दिवस के दिन यानी एक मई को उपवास पर बैठने की घोषणा की है।