कोरोना वायरस को लेकर WHO ने बताई ये चिंताजनक बात , कहा – होने वाला है…

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा, “हम उन सभी हितधारकों को धन्यवाद देते हैं, जो भारत का समर्थन कर रहे हैं।” घेब्रेयियस ने बताया कि आपातकाल जैसी स्थिति भारत तक ही सीमित नहीं है। नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, कंबोडिया, थाईलैंड और मिस्र कुछ ऐसे देश हैं, जो तेजी से बढ़ रहे मामलों और अस्पतालों की कमी से जूझ रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि अमेरिका के कुछ देशों में अभी भी उच्च संख्या में मामले हैं और पिछले सप्ताह सभी COVID-19 मौतों में अमेरिका का योगदान 40 प्रतिशत था। अफ्रीका में कुछ देशों में स्पाइक्स भी हैं। उन्होंने कहा, “ये देश उच्च प्रतिक्रिया मोड में हैं और डब्ल्यूएचओ हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।”

यह देखते हुए कि COVID-19 ने पहले ही दुनिया भर में 3.3 मिलियन से अधिक लोगों की जान ले ली है, घेब्रेयियस ने कहा, “हम इस महामारी के दूसरे वर्ष के लिए पहले की तुलना में कहीं अधिक घातक होने की राह पर हैं।

घेब्रेयियस ने कहा कि WHO भारत में COVID-19 की वृद्धि का जवाब दे रहा है और हजारों ऑक्सीजन सांद्रता, मोबाइल फील्ड अस्पतालों, मास्क और अन्य चिकित्सा आपूर्ति के लिए टेंट भेज दिया है।

उन्होंने दैनिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “भारत बेहद चिंतित है, कई राज्यों में चिंताजनक संख्या में मामले, अस्पताल में भर्ती होने और मौतें हो रही हैं।”

भारत की COVID-19 स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है, कई राज्यों में चिंताजनक संख्या में मामले, अस्पताल में भर्ती होने और मौतें जारी हैं।

WHO के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि महामारी का दूसरा वर्ष दुनिया के लिए पहले की तुलना में “कहीं अधिक घातक” होगा।