ईरान ने जैसे ही कबूला प्लेन हादसे का सच वैसे ही ट्रंप ने कर दी ये घोषणा अब ईरान को….

विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद हादसे का शिकार होते हुए क्रैश हो गया था. प्लेन में तब 176 लोग सवार थे, जिनमें से कोई भी नहीं बचा.हालांकि, ईरान के कबूलनाम से ऐन पहले चार राष्ट्रों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि वह प्लेन मिसाइल लगने के बाद ही हादसे का शिकार हुआ था.

आखिरकार ईरान ने स्वीकार कर लिया कि 8 जनवरी को यूक्रेन का यात्री विमान ईरानी मिसाइल के हमले में क्रैश हुआ था, जो एक बड़ी ‘मानवीय चूक’ थी। ईरानी स्टेट टीवी ने एक सैन्य बयान का हवाला देते हुए कहा है कि उनके देश ने ‘अनजाने में’ एक यूक्रेनी जेटलाइनर को गोली मार दी, जिसके कारण उसमें सवार सभी 176 लोग मारे गए।

शनिवार सुबह आए इस बयान में गोलीबारी के लिए “मानवीय चूक” को जिम्मेदार ठहराया गया है। यूक्रेनी इंटरनेशनल एयरलाइंस द्वारा संचालित जेटलाइनर बोइंग 737 ईरान द्वारा अमेरिकी बलों पर मिसाइलों का एक बैराज लॉन्च करने के कुछ ही घंटों बाद तेहरान के बाहरी इलाके में गिर गया था। हालांकि शुरू में यह कयास लगाए जा रहे थे कि विमान ईरानी हमले में ही क्रैश हुआ लेकिन ईरान ने इससे साफ इनकार किया था। तब अमेरिका और कनाडा ने खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए कहा था कि उनका मानना ​​है कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया था। अधिकारियों के अनुसार विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था और इसमें 16 ईरानी और कम से कम 63 कनाडाई और 11 यूक्रेनियन सहित कई देशों के 167 यात्रियों और चालक दल के 9 सदस्य सवार थे।

शुक्रवार को यूक्रेनी विदेश मंत्री वडिम पिस्टोरोइको ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को ईरान में एक यूक्रेनी एयरलाइनर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बारे में कीव को “महत्वपूर्ण डेटा” दिया था। बगदाद में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल सुलेमानी की हत्या के जवाब में बुधवार को ईरान ने इराक में अमेरिकी बलों पर मिसाइलें दागी थीं, जिसके तुरंत बाद यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस बोइंग 737 गिर गया था और उसमें सवार सभी 176 लोगों की मौत हो गई।