तेजप्रताप ने शुरू किया ये नया कारोबार, फैलाएंगे सुगंध

तेज प्रताप की मानें तो ऐसी अगरबत्ती उन्होंने मथुरा-वृन्दावन में खरीदी थी। दिल्ली के एक मित्र की अगरबत्ती की फैक्ट्री बनते देखी तो उससे प्रभावित होकर पटना में आयुर्वेदिक अगरबत्ती बनाने का सोचा। इसलिए उन्होंने अपने पिता के नाम वाले “लालूजी के खटाल” में बनाने की फैक्ट्री लगाई।

 

अगरबत्ती बनाने के तरीके के कारण इस पहल की सराहना की जा रही है। दानापुर में लालू के गौशाला के एक कर्मचारी ने बताया कि हम मंदिरों में चढ़ाए गए फूलों को इकट्ठा करते हैं और अगरबत्ती बनाने कि लिए उन्हें रीसायकल करते हैं। इसके अलावा हम नारियल का भी उपयोग करते हैं। इन अगरबत्तियों के उत्पादन में किसी भी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है।

कर्मचारी ने बताया कि इस कारोबार के मालिक तेज प्रताप यादव अक्सर गौशाला में उत्पादन की निगरानी के लिए आते रहते हैं। पूरी सुविधा सीसीटीवी की निगरानी में है औऱ तेज प्रताप खुद अपने मोबाइल फोन से इस पूरे काम पर नजर बनाए रखते हैं। अगरबत्ती के उत्पादन के बाद, हम इसे देश भर के खुदरा विक्रेताओं और थोक व्यापारियों को आपूर्ति करते हैं।

आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने आयुर्वेदिक अगरबत्ती का उद्घाटन करते वक्त कहा, “हमने मंदिर में चढ़नेवाला वेस्टेज फुल का प्रयोग करके आयुर्वेदिक अगरबत्ती का निर्माण यहां शुरू किया है। इसमें कोई भी केमिकल का प्रयोग नहीं हुआ है। बिहार में पहले किसी ने ऐसा अगरबत्ती नहीं बनाया।”

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपनी अनूठी राजनीतिक गतिविधियों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। लेकिन, उनकी अगली रणनीति को देखकर लगता है कि इस बार राजनीति से उनका मोहभंग हो गया है।

इस बार उनके सुर्खियों में आने का कारण उनकी ‘एल एंड आर’ ब्रांड की अगरबत्ती का कारोबार है। उन्होंने अपना नया कारोबार का नाम ‘एल एंड आर’ यानी लार्ज एंड रिच रखा है। हालांकि तेज प्रताप के करीबी नेताओं का कहना है कि ब्रांड का नाम का मतलब लालू-राबड़ी है।