राजस्थान: गोतस्करी के शक में सामाजिक संगठनों ने जमकर काटा बवाल

प्रतापगढ़ के सूरजपोल चौराहे पर मंगलवार को बड़ी संख्या में गोवंश को आठ वाहनों में भरकर कत्ल खाने ले जाने की सूचना मिलने पर सामाजिक संगठनों ने हंगामा कर दिया. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने इकठ्ठा होकर वाहनों पर हमला बोल दिया और पत्थर मारकर उनके शीशे तोड़ दिए.

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और उसकी सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की हो गई. पुलिस के अनुसार प्रतापगढ़ में सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं को कुछ वाहनों में गोवंश को ले जाने की सूचना मिली थी. उसके बाद सूरजपोल चौराहे पर लगभग 8 वाहनों को रोककर उनकी तलाशी ली गई तो उनमें गोवंश भरा हुआ था.

ट्रक में भरे गोवंश को कत्ल खाने ले जाए जाने की आशंका को लेकर कार्यकर्ताओं और ट्रक चालकों के बीच कहासुनी हो गई. सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस वहां पहुंची तो संगठनों के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झूमाझटकी हो गई. इस दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने वाहनों पर पत्थर फेंके जिसकी वजह से ट्रकों के शीशे टूट गए. विवाद की स्थिति उतपन्न होने की वजह से सूरजपोल चौराहे पर नेशनल हाईवे के दोनों ओर लंबा जाम लग गया जिसे हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.

वाहनों में मिला कुचामन सिटी मेले का परमिट
प्रतापगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद मीणा ने बताया कि कोतवाल को सूचना मिली थी कि कुछ ट्रकों में गोवंश भरकर मध्य प्रदेश की ओर ले जाया जा रहा है. जब एसएचओ मौके पर पहुंचे तो वहां पर पहले से मौजूद कुछ लोगों ने गाड़ियां रुकवा रखी थीं और उनमें गोवंश भरा हुआ था. इसके बाद सभी 8 ट्रकों को वहां से थाने लाया गया और उनके ड्राइवरों को डिटेन किया गया. ट्रक ड्राइवरों के पास जो भी दस्तावेज हैं उन्हें चेक करके आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उनके पास कुचामन सिटी का मेले का परमिट मिला है जिसे वेरीफाई किया जाएगा.

गोतस्करी को लेकर भीलवाड़ा में हुआ था बवाल
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के चलते गोतस्करी का मुद्दा गर्माया हुआ है. वहीं मार्च के महीने में भीलवाड़ा में संदिग्ध गोतस्करी को लेकर जमकर बवाल हो गया था. वहां करीब 60 गोवंश को भरकर ले जा रहे एक ट्रक को गुस्साई भीड़ ने कादीसहाना टोल नाके के पास रोक कर उसे आग के हवाले कर दिया था. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से आग बुझाई गई थी.