इतने साल बाद लोगो को मिलेगी कोरोना की वैक्सीन, फिर होगा ये दाम

‘हमारी प्राथमिकता स्वास्थ्य वारियर्स को कोरोना वैक्सीन प्राप्त करना है,’ डॉ हर्षवर्धन ने कहा। इसमें मुख्य रूप से डॉक्टर, नर्स, सेनेटरी स्टाफ, आशा कार्यकर्ता, परीक्षण में शामिल लोग शामिल हैं।

 

इन लोगों तक कैसे वैक्सीन पहुंचाई जाएगी, इसकी योजना बनाई जा रही है और इस महीने के अंत तक इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। हम इस वैक्सीन को पारदर्शी और प्रभावी तरीके से लोगों को उपलब्ध कराने के लिए एक प्रणाली पर काम कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता है कि टीका तैयार होने के बाद, इसे देश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाया जाएगा।

केंद्र सरकार ने ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की योजना शुरू की है। राज्यों से ऐसे लोगों की संख्या के बारे में जानकारी मांगी गई है, जिन्हें प्राथमिकता के साथ कोरोना वैक्सीन की आवश्यकता है।

इस कोरोना संकट में लोगों के लिए लगातार काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को एक केंद्रीकृत तंत्र के माध्यम से वितरित किया जाएगा। साथ ही रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाएगी ताकि इससे काला बाजारी न हो।

देश में बढ़ते कोरोना मामलों के बीच, जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीन विकसित करने की कोशिश की जा रही है। सरकार कोरोना वैक्सीन को व्यापक रूप से उपलब्ध कराने की योजना बना रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, सरकार का लक्ष्य जुलाई 2021 तक कोरोना वैक्सीन को 20-25 करोड़ लोगों तक पहुंचाना है। इस अभियान को सफल बनाने और इस पूरे टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने के लिए काम शुरू हो चुका है।