हिमाचल में फिर होगी बर्फबारी, जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का दौर बरकरार है। सूबे के ऊंचाई वाले क्षेत्रों बुधवार को भी बर्फबारी देखी गई। कधराला और गोंडला में क्रमश: तीन सेंटीमीटर और एक सेंटीमीटर बर्फबारी हुई जबकि निचले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से एकबार फिर मौसम बदलने वाला है। हिमाचल के सभी इलाकों में गुरुवार से मौसम में बदलाव होगा। सूबे में गुरुवार से बारिश और बर्फबारी का एक ताजा दौर देखा जा सकता है। बारिश और बर्फबारी का यह दौर 26 मार्च तक जारी रह सकता है।

स्थानीय मौसम विभाग ने 24 मार्च को ऊना, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सोलन समेत छह जिलों में आंधी, पानी, गरज, चमक के साथ ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के बाकी हिस्सों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

सूबे में ओलावृष्टि से बागवान-किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि उनके खेतों फसलें अच्छी थी लेकिन ओलावृष्टि ने इसे तबाह कर दिया है। अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पूर्वी विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि 23 मार्च की शाम के बाद एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जिससे राज्य में भारी बारिश की संभावना है। सूबे में बारिश, ओलावृष्टि और हिमपात से ठंड वापस आ गई है।

धर्मशाला में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई तो दूसरी तरब शिमला में मौसम साफ रहा। कृषि विभाग के निदेशक राजेश कौशिक ने बताया कि सोलन और सिरमौर जिलों में फसलों के लिए बारिश फायदेमंद है। अनाज बनने के चरण के दौरान बारिश गेहूं की फसल के लिए अच्छी मानी जाती है। हालांकि ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ाने का काम किया है।