आकाशीय बिजली कड़कने पर खराब हो गए स्मार्ट विद्युत मीटर,क्या था कारण…

बिजली कड़कने से स्मार्ट बिजली मीटर खराब होने की शिकायतें मंगलवार शाम तक दर्ज होती रहीं। बिजली आपूर्ति ठप होने से लोग परेशान रहे। सबसे ज्यादा 65 स्मार्ट मीटरों की खराबी की शिकायतें उतरेठिया उपखंड में दर्ज हुईं। हालांकि, राजधानी में खराब स्मार्ट मीटर की तादाद तीन हजार से अधिक बताई जा रही है। इससे इन मीटरों की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। पावर कॉर्पोरेशन ने पूरे प्रदेश से बिजली कड़कने से खराब हुए मीटरों की रिपोर्ट तलब की है।

 

राजधानी में बिजली कड़कने से कितने स्मार्ट मीटर क्षतिग्रस्त हुए, इसकी सही जानकारी अभी खंडीय अभियंताओं के पास नहीं है। आशियाना के सेक्टर एफ निवासी संगीता अग्रवाल, सेक्टर-आई निवासी कलावती सहित 20 लोगों ने सोमवार को शिकायत दर्ज कराई थी। बहरहाल जेई-एसडीओ बता रहे हैं कि 11 सितंबर से शिकायतें दर्ज होने का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह 12 सितंबर की शाम तक चलता रहा। हर खंड में औसतन 30 स्मार्ट मीटर के खराब होने की शिकायत आई है। लेसा के कुल 26 खंड हैं। उतरेठिया, चिनहट , गोमतीनगर विस्तार, गोमतीनगर, जानकीपुरम, कुर्सी रोड, ठाकुरगंज, सआदतगंज, राजाजीपुरम, साउथ सिटी, कानपुर रोड, आशियाना एवं चौक क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज कराई हैं।

स्मार्ट मीटर के सेंसर क्षतिग्रस्त होने का अंदेशा

परीक्षण खंड के एक्सपर्ट्स को अंदेशा है कि बिजली कड़कने के कारण स्मार्ट मीटर के सेंसर क्षतिग्रस्त हो गए। इससे हार्डवेयर भी प्रभावित हुआ जिससे स्मार्ट मीटर के सिम ने काम करना बंद कर दिया। इससे बिजली की आउटगोइंग सप्लाई बंद हो गई। हालांकि, कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने इस सिलसिलें में जांच के लिए समिति गठित नहीं की है।

एमडी ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

यूपी पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बिजली कड़कने से खराब हुए स्मार्ट मीटरों पर विद्युत वितरण निगमों के एमडी से चर्चा की। उन्होंने 24 घंटे के अंदर खराब हुए स्मार्ट मीटरों की सूची तलब की है। चेयरमैन के निर्देश के बाद क्षतिग्रस्त स्मार्ट मीटरों को सूचीबद्ध करने का सिलसिला शुरू हो गया।