कोरोनाकाल में रखे कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता, सीएम से है पूरी उम्मीद

कोरोनाकाल में रखे कर्मचारी चौथे दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहे। कार्य बहिष्कार से मरीजों को परेशानी हो रही है। सैंपलिंग में सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। दवा काउंटर, आईसीयू, ओटी, वार्डों, इमरजेंसी में मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी।

कर्मचारियों ने सरकार से मांग उठाई कि उन्हें सेवा विस्तार दिया जाए। उनका कहना था कि जब कोविड आता है तो उन्हें रख लिया जाता है। उन्हें सीएम से पूरी उम्मीद है, मगर अफसर नहीं चाहते कि वो विभाग में रहें। उन्हें मार्च का वेतन भी नहीं देने की चेतावनी दी जा रही है। कई विधायक और मंत्रियों से भी कर्मचारियों ने संपर्क किया। बता दें कि कोरोनाकाल में रखे उपनल-पीआरडी के 612 कर्मचारियों की सेवा 31 मार्च को खत्म हो रही है।

कर्मचारियों को अस्पताल के बरामदे से हटाया गया। कहा गया कि यहां मरीजों को दिक्कत हो रही है। इसके बाद कर्मचारी फ्लू ओपीडी के कंटेनर के बराबर में बैठ गए। उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अपना घर छोड़कर लोगों को बचाया। अब उन्हें अस्पताल से भी बाहर किया जा रहा है। जबकि, वह शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैं।