जन्माष्टमी पर शिवपाल यादव ने दिया ‘गीता ज्ञान’, पिता को कष्ट देने वाले को बताया ‘कंस’

देशभर में आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है।  जसवंतनगर विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने यदुवंशियों के लिए ओपेन लेटर लिखा है।इस पत्र के कई मायने निकाले जा रहे हैं।

इस पत्र में शिवपाल ने गीता का उल्लेख करते हुए बधाई दी है। साथ ही एक बड़ा संदेश देने की कोशिश भी की है।उनका इशारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर है।

जसवंतनगर सीट से विधायक शिवपाल ने बधाई संदेश की शुरुआत में प्रिय ययाति सुत यदुवंशियों को संबोधित करते हुए पत्र लिखा। उन्होंने गीता में भगवान कृष्ण के संदेश- यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम। का उल्लखेख करते हुए अत्याचारियों को दंड देकर धर्म की स्थापना किए जाने की बात कही है।उन्होंने कहा कि पूज्यजन और श्रेष्ठ यदुवंशी वीरों निसंदेह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया भी ईश्वर द्वारा रचित किसी विराट नियति और विधान का परिणाम है।

शिवपाल ने जो कुछ भी पत्र में लिखा है, उसे चाचा-भतीजे के बीच का द्वंद भी कहा जा रहा है। हालांकि शिवपाल ने पत्र में किसी के नाम का जिक्र नहीं किया है, लेकिन जानकार इसके मायने जरूर निकाल रहे हैं। आगे हम इन्हीं मायने के बारे में बताते हैं।