यूपी में बरेली की शबाना ने पूजा पाल बनकर कृष्ण संग लिए सात फेरे

बरेली। जनपद में सनातन धर्म से प्रेरित होकर एक मुस्लिम महिला ने हिन्दू युवक से शादी करके हिन्दू धर्म अपना लिया है। उसने अपनी मर्जी से होश और हवास में शादी की है। धर्म परिवर्तन के लिए जिलाधिकारी कार्याय में आवेदन किया है।

हाफिजगंज के अहमदाबाद की रहने वाली शबाना को अपने ही गांव के कृष्ण पाल से मोहब्बत हो गई। दोनों करीब आठ सालों से एक दूसरे से चोरी छिपे मिलते थे। फोन पर घंटों बाते करते थे, जिसके बाद दोनों ने एक साथ जिंदगी बिताने का फैसला किया। शबाना ने बुधवार को धर्म परिवर्तन कर मढ़ीनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में कृष्ण पाल से शादी कर ली।

पंडित के के शंखदधार ने शबाना का पहले गौ मूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण करवाया फिर शबाना की घर वापसी करवाई। जिसके बाद शबाना ने अपना नाम बदलकर पूजा यादव रख लिया। पूजा ने कृष्ण पाल के साथ विधि विधान से हिंदू रीति रिवाज के अनुशार शादी की।

पंडित के के शंखधार ने मंत्रोच्चार के जरिए शबाना की शादी कृष्ण पाल से करवाई। कृष्ण पाल ने शबाना के साथ सात फेरे लिए। कृष्णपाल ने शबाना की मांग सिंदूर से भरी और मंगलसूत्र पहनाया। शबाना का कहना है की उसकी हिन्दू धर्म में आस्था है और वो बालिग है। उसने अपनी मर्जी से बिना किसी जोर दवाब के कृष्ण पाल से शादी की है। वो आठ सालो से कृष्ण पाल से मोहब्बत करती है।

इस दौरान पंडित के के शंखधार ने बताया की शबाना ने जिलाधिकारी कार्यालय में धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन किया और हमने शबाना का शुद्धिकरण करवाकर उसकी शादी करवाई है। उन्होंने कहा ये घर वापसी है। हिंदू धर्म में महिलाओं का सम्मान होता है जबकि मुस्लिम समुदाय में महिलाओं को बच्चा पैदा करने की मशीन समझा जाता है। यही वजह है की बड़ी संख्या में लोग घर वापसी कर रहे है, उनका उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है।