सात दिन बाद कोरोना के चलते हो सकता है ये, तैयार हो जाए लोग

कोविड अस्पतालों में मौतों से संबंधित आंकड़ों का एस एन मेडिकल कॉलेज में विश्लेषण करने पर यह जानकारी सामने आई कि संक्रमण से मरने वाले लोगों में अधिकांश मधुमेह रोगी भी थे। दोनों का संयोजन घातक है।

अनियंत्रित शुगर लेवल और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज इस घातक वायरस का शिकार अधिक हो रहे हैं। डॉक्टरों ने कहा कि कोविड अस्पताल में भर्ती हुए 610 मरीजों में से 490 इससे उबर चुके हैं, जबकि 98 को मधुमेह और हाई ब्लडप्रेशर के कारण बचाया नहीं जा सका।

लगातार सात दिनों तक गिरावट के बाद कोरोना केसों में बुधवार को फिर इजाफा हुआ है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 72,049 संक्रमित मिले और 986 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ दे देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 67 लाख के पार चली गई है। देश…

आगरा में कोविड-19 के कारण हुई एक मौत के साथ यहां मौतों की कुल संख्या 129 हो गई है। वहीं क्षेत्र में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 52 ताजा मामले सामने आए हैं, जिनके साथ संक्रमण की कुल संख्या 6,054 तक होने की सूचना मिली है। यह जानकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी।/क्षेत्र में सक्रिय मामलों की संख्या 561 है, वहीं इससे ठीक हुए लोगों की संख्या 5364 है।

हाउस में वरिष्ठ जिला अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कोविड-19 से लड़ने के लिए उपायों की एक सीरीज शुरू की गई। प्रसाद ने कहा कि संक्रमण के संपर्कों का पता लगाना और गंभीर रूप से बीमार रोगियों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण था। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक इंसान का जीवन मायने रखता है और सरकार के लिए कीमती है।