कोरोना के बढ़ते मामलों को देख सीएम योगी ने लिया ये बड़ा एक्शन , कहा अब नहीं होगा कोई…

मुख्यमंत्री ने 20 अगस्त से शुरू हो रहे विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान कोविड-19 के दृष्टिगत विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। चार दिवसीय इस सत्र की तैयारी चल रही है।

 

सभी विधायक तथा विधान परिषद सदस्य का टेस्ट किया जा रहा है। कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमितों को होम आइसोलेट करने का इंतजाम है।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में लखनऊ और कानपुर नगर के मामलों को नियंत्रित करने के लिए चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।

इनके साथ बरेली, गोरखपुर, प्रयागराज तथा बस्ती पर विशेष ध्यान दिया जाए। लखनऊ तथा कानपुर नगर में कोविड-19 के मामलों को नियंत्रित करना अब बेहद ही जरूरी है।

यहां पर तो बीते दस दिन में केस कम नहीं हो रहे हैं। इनके साथ कोविड-19 से सम्बन्धित पोर्टल को अद्यतन रखा जाए। प्रतिदिन निरंतर अपडेट करें।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संबंधित पोर्टल को अद्यतन रखा जाए। इसे प्रतिदिन अपडेट करें। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमको किसी भी कीमत पर कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ना ही होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर सावधानी बरतना जरूरी है।

कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन घर में ही किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी धार्मिकअथवा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाए। किसी भी कीमत पर सार्वजनिक स्थानों पर कोई भी धार्मिक या फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम न हो।

प्रदेश में 75 से 80 हजार रैपिड एंटीजन टेस्ट और 40 से 45 हजार आरटीपीसीआर विधि से टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से सभी को सावधानी बरतने की अपील भी की है।

कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित बैठक में की।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए हर रोज नये उपाय खोजने में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में कहीं पर भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। सीएम योगी ने कोविड-19 की जांच में वृद्धि लगातार जारी रखने के निर्देश देने के साथ कहा है.