लॉकडाउन के कारण परिवार को भुखमरी से जूझता हुआ देख इस माँ को मजबूरन करना पड़ा ये काम…

कोरोनावायरस ने न सिर्फ उन लोगों को तबाह किया है जो इसकी चपेट में आये हैं बल्कि उन लोगों को भी रोजी-रोटी के लिए मोहताज कर दिया है जो आम दिनों में किसी तरह गुजारा कर रहे थे. लॉकडाउन के दौरान शहरों में काम-धंधा बंद होने के बाद अधिकांश मजदूर अपने-अपने गांव लौट आये.

आजमपुर को छोड़कर रोजगार तलाशने आये छरौरा गांमिथलेश बताती हैं कि वो आजमपुर में रहती थीं  पहले लेकिन घर में छह बच्चे, देवर, जेठ और उनके बच्चों का बड़ा परिवार है.

लॉकडाउन होने के 20 दिन तक किसी तरह रोजी-रोटी चलती रही लेकिन फिर भूखे मरने की नौबत आ गयी. लिहाजा उन्होंने अपने दो बड़े बच्चों को घर पर छोड़ा और चार बच्चों और पति के साथ छरौरा गांव आ गए. यहां कई दिन तो काम मांगने में ही बीत गए. वो कहती हैं कि शहर को न छोड़ते तो भूखे मरते.