पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू लेकिन डीजीपी मुख्यालय पर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ट्विटर और फेसबुक पर…

अयोध्या भूमि विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले को लेकर प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है. डीजीपी मुख्यालय पर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है. इस टीम की जिम्मेदारी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को चिन्हित करना है. वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर सीएम योगी आदित्यनाथ डायल-112 पहुंच गए हैं.

प्रशासन ने हिदायत दी है कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान और पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. गठित टीम वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन पर खास नजर बनाए हुए है. इसके अलावा ट्विटर और फेसबुक की भी मॉनिटरिंग की जा रही है. डीजीपी के मुताबिक, 600 से अधिक फेसबुक अकाउंट ब्लॉक करने की तैयारी है. वहीं, आपत्तिजनक पोस्ट के लिए करीब 42 यूजर्स को गिरफ्तार किया गया है.

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा, ‘हमारे सोशल मीडिया सेल इंटरनेट पर उन 676 लोगों पर लगातार नजर रख रहे हैं, जिनकी पोस्ट या टिप्पणियां परेशानी का सबब बन सकती हैं. हमारे पुलिसकर्मियों ने जिले, पुलिस स्टेशन और स्थानीय स्तर पर संभावित खतरों और हॉट स्पॉट की पहचान की है. हमने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 संवेदनशील जिलों की पहचान की जैसे-आगरा अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और अन्य.’

पैरामिलिट्री फोर्स की 60 कंपनियां

उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी आशुतोष पांडे ने कहा कि पैरामिलिट्री फोर्स की 60 कंपनियां, आरपीएफ और पीएसी और 1200 पुलिस कॉन्स्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर्स, 20 डिप्टी सुप्रिटेंडेंट और 2 एसपी की तैनाती की गई है. डबल लेयर बैरिकेडिंग, पब्लिक अड्रेस सिस्टम लगाया गया है. साथ ही 35 सीटीटीवी और 10 ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही है. लोगों के रामलला के दर्शनों पर कोई पाबंदी नहीं है. सभी मार्केट खुले हैं और स्थिति पूरी तरह सामान्य है.

क्या कदम उठाए गए हैं ?

-धार्मिक लोगों के साथ 10000 बैठकें हुई हैं

-सोशल मीडिया को नियंत्रित किया जा रहा है

-अधिकारी संयुक्त रूप से गश्त करेंगे

-राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई है

-अयोध्या में विशेष एडीजी नियुक्त किया है

-कई शहरों में इंटरनेट सेवा बंद की गई है

-लखनऊ में विशेष EOC बनाई है