वैज्ञानिकों ने दी बड़ी चेतावनी , कहा पृथ्वी पर आ सकता है ये नया वायरस

कई वैज्ञानिक मंगल ग्रह के नमूनों को पृथ्वी के लिए खतरा नहीं मानते हैं, लेकिन इस बारे में आज तक कोई भी वैज्ञानिक अपने तर्क को साबित नहीं कर पाया है।

 

इस बारे में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर स्कॉट हबार्ड ने बताया है कि मंगल ग्रह से लाई गई मिट्टी के नमूने धरती पर किसी नए वायरस को साथ ला सकते हैं। इसलिए मंगल ग्रह से लौटते हुए ”प्लानैटरी प्रोटेक्शन’ पर ध्यान देना होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि मंगल ग्रह की चट्टानें जो लाखों साल पुरानी हैं उनमें एक सक्रिय जीवन सूत्र जरूर होगा, जो हो सकता है पृथ्वी पर आने के बाद यहां संक्रमण फैलाए। इसलिए जरूरी है कि सैंपल को लाने के बाद इसे आइसोलेशन में तब तक रखा जाए जब तक ये न हो जाए कि इसमें इबोला वायरस के जैसा कोई खतरा शामिल नहीं है।

स्कॉट हबार्ड ने इस बात पर जोर दिया है कि पृथ्वी पर नमूना लाने वाले एस्ट्रोनॉट्स को भी क्वारनटीन किया जाना चाहिए। जैसे पहले अपोलो मिशन के बाद चांद पर भेजे गए एस्ट्रोनॉट्स के साथ किया गया था। इसके साथ ही अंतरिक्ष यानों के लिए भी प्रोटोकॉल होना चाहिए।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि मिशन में शामिल रॉकेट्स और तमाम उपकरणों को कैमिकल क्लीनिंग प्रोसेस में रखा जाना चाहिए और इन्हें हाई हीट पर रखा जाना चाहिए।

 कोरोना वायरस के बीच दूसरे ग्रहों पर जाने की सोच रहे वैज्ञानिकों को एक नई आशंका ने चिंता में डाल दिया है। इस बारे में चेतावनी दी गई है कि दूसरे ग्रहों से लाए गये नमूने धरती पर नए वायरस का खतरा बन सकते हैं।

इस बारे में अमेरिका की अंतरिक्ष शोध एजेंसी और वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि दूसरे ग्रहों से साथ लाए नमूने पृथ्वी पर किसी नए वायरस को जन्म देने का खतरा बढ़ा सकते हैं। एक्सपर्ट की माने तो ने मंगल ग्रह से पृथ्वी पर लाए जाने वाले नमूनों में भी ऐसी संभावना हो सकती है।