वैज्ञानिकों ने की ये बड़ी भविष्यवाणी, कहा 2022 को हो जाएगा ये देश…लोगो ने खाली किए घर

उसके खिलाफ एटीसी ने छह फरवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था। सईद के खिलाफ आतंकी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कब्जे के कुल 29 मामले दर्ज हैं।

दरअसल शनिवार को अदालत को इन दो मामलों पर फैसला सुनाना था, लेकिन उसकी सुनवाई मंगलवार 11 फरवरी को करने का फैसला किया था। एटीसी का कहना था कि फैसला सुनाने से पहले वह सभी मामलों पर सुनवाई कर लेना चाहता है।

इससे पहले कोर्ट ने मंगलवार को हाफिज सईद की वह याचिका स्वीकार कर ली, जिसमें छह मामलों की एकसाथ सुनवाई करने और फैसला सुनाने की मांग की थी। पाकिस्तान के अखबार डॉन के हवाले से कहा गया है कि डिप्टी प्रोसेक्यूटर जनरल अब्दुल रऊफ वट्टू ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ छह मामले अदालत में लंबित थे, जिनमें चार में सुबूत पेश करने की प्रक्रिया चल रही थी। उन चारों मामलों की सुनवाई इस सप्ताह के अंत तक कर ली जाएगी।

बता दें कि शनिवार को सुनवाई के बाद अदालत के एक अधिकारी नेबताया कि एटीसी न्यायाधीश ने हाफिज सईद के आवेदन पर गौर किया जिसमें उसने अपने खिलाफ आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने के सभी मामलों को मिलाने और मुकदमा पूरा होने के बाद फैसला सुनाने की अपील की थी।

अधिकारी ने बताया कि उप अभियोजक ने सईद की याचिका का विरोध किया और तर्क दिया कि उसके खिलाफ दो मामलों में मुकदमा पहले ही पूरा हो चुका है और अदालत कानून के तहत फैसला सुना सकती है।

आतंक के खिलाफ पाकिस्तान ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, पाकिस्तान की कोर्ट ने हाफिज सईद को 5 साल की सजा सुना दी गयी है। बता दें कि ये सजा आतंकवादी हाफिज सईद पर आतंकी फंडिंग के मामले में सुनाई गयी है।

आतंक को लेकर पाकिस्तान पर लगातार विश्व के कई देशों से लगातार दबाव में था। लेकिन अब पाकिस्तान की लाहौर कोर्ट ने बुधवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए टेरर फंडिंग के आरोपी हाफिज सईद को 5 साल की सजा सुना दी है।

गौरतलब बात ये हैं कि पाकिस्तान की कोर्ट का ये फैसला एफएटीएल की आगामी बैठक से पहले आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने ये कदम काली सूची न जाने और विश्व के अन्य देशों के दबाव में उठाया है।