संजय राउत का बड़ा बयान, कहा बीजेपी को 80 घंटे के भीतर वो ले…

शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने रविवार को बोला कि पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस की सत्ता हासिल करने में जल्दबाजी  बचकानी टिप्पणियां महाराष्ट्र में बीजेपी को ले डूबी  फडणवीस को विपक्ष में बैठना पड़ गया.

राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने ‘रोखठोक’ स्तंभ में दावा किया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार  कांग्रेस पार्टी नेता सोनिया गांधी के साथ आने से महाराष्ट्र में जो हुआ वह देश को भी स्वीकार है.

बिना किसी का नाम लिए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर तीखा हमला करते हुए राउत ने बोला कि महाराष्ट्र, दिल्ली की तरह चल रहे भीड़ तंत्र के आगे नहीं झुका. सामना के कार्यकारी संपादक राउत ने बोला कि जरूरी यह है कि उद्धव ठाकरे ताकतवर मोदी-शाह के दबदबे को समाप्त कर सत्ता में आए. उन्होंने भरोसा जताया कि यह सरकार (शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन) पांच वर्ष तक चलेगी.

राउत ने बोला कि मुझे यह देखकर मजा आ रहा है कि जो लोग अजित पवार के फडणवीस के साथ गठजोड़ को शरद पवार की पहले से तय योजना बता रहे थे, वह अब महा विकास आघाडी सरकार बनने के बाद एनसीपी प्रमुख के आगे नतमस्तक हो रहे हैं.

राज्यसभा मेम्बर ने बोला कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर फडणवीस ने इस तरह की बचकानी टिप्पणियां की कि प्रदेश में कोई विपक्षी दल नहीं बचेगा, शरद पवार का काल समाप्त हो रहा है  प्रकाश आंबेडकर का वंचित बहुजन आघाडी मुख्य विपक्षी दल होगा. उन्होंने बोला कि लेकिन वह (फडणवीस) खुद विपक्षी नेता बन गए.

राउत ने बोला कि फडणवीस ने बोला था कि वह वापस लौटेंगे लेकिन सत्ता में आने की उनकी जल्दबाजी 80 घंटे के भीतर बीजेपी को ले डूबी. उन्होंने बोला कि आवश्यकता से अधिक आत्मविश्वास  उनके (फडणवीस) दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं पर भरोसे ने उनकी पॉलिटिक्स तबाह कर दी. पिछले महीने के घटनाक्रम ‘सिंहासन’ फिल्म की नई पटकथा जैसी लगती है.

वह उसी नाम की 1979 में आई मराठी फिल्म का जिक्र कर रहे थे जो दिवंगत लेखक अरुण संधू के उपन्यास ‘सिंहासन’  ‘मुंबई दिनांक’ पर आधारित थी. राउत ने बोला कि महाराष्ट्र गवर्नर के ऑफिस ने फडणवीस  राकांपा नेता अजित पवार की 80 घंटे की सरकार में खलनायक की किरदार निभाई.