किन्नरों ने कहा कि कोर्ट ने एक फरवरी को इन दरिदों को फांसी देने की तिथि मुकर्रर की थी, लेकिन एक बार फिर वे सभी न्यायिक व्यवस्था को चकमा दे गए.
वहीं आरोपियों के वकील पर भी अनुष्का ने आरोप लगाते हुए कहा कि जानबूझकर गुनाहगारों को बचाने की कोशिश की जा रही है, जो ठीक नहीं है. किन्नर का कहना है कि बेटी घर की लक्ष्मी होती है.
देश की न्यायिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है. निर्भया केस में बार-बार फांसी की सजा टलने को लेकर किन्नर समाज में जबरदस्त गुस्सा है. उन्होंने कहा कि फांसी में देरी के विरोध में मैंने शिव मंदिर पहुंचकर शिव तांडव किया.
ऐसे में निर्भया जैसी बेटी के गुनहगारों को फांसी की सजा न देकर उनके हाथ पैर काट देने चाहिए. गौरतलब है कि निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने की तय तारीख (1 फरवरी) एक बार फिर से टल गई है.
पटियाला हाउस कोर्ट ने अगले आदेश तक फांसी पर रोक लगा दी. सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल ने कोर्ट से कहा है चाहें तो तय तारीख को तीन दोषियों को फांसी दी जा सकती है. दूसरी तरफ निर्भया की मां की तरफ से पेश वकील ने दलील दी कि दोषी फांसी से बचने के हथकंडे अपना रहे हैं.
निर्भया के दोषियों की फांसी पर लगी रोक से नाराज उत्तर प्रदेश के बलिया में किन्नर अनुष्का ने अपनी टीम के साथ मालगोदाम रोड स्थित शिव मंदिर में शिव तांडव नृत्य किया.
अनुष्का का कहना था कि फांसी पर लगने वाली बार-बार की रोक से दोषियों का मनोबल बढ़ रहा है, जो ठीक नहीं है. किन्नर अनुष्का ने कहा कि आखिरकार कब तक दोषी कानूनी दांवपेच का सहारा लेकर मौत को चकमा देते रहेंगे. कुछ ऐसे ही सवाल आज पूरा देश पूछ रहा है.