रूसी सेना ने लगाई मदद की गुहार , कहा हमारे पास शायद कुछ घंटे बचे हैं…

रूस ने यूक्रेन के मारियुपोल शहर में हमले तेज कर दिए हैं। रूसी सेना से लड़ने वाले यूक्रेनी नौसैनिकों ने मदद की गुहार लगाना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि अगर कुछ घंटे नहीं तो कुछ दिन ही बचे हैं। रूस ने चारो ओर से घिरे शहर में एक स्टील प्लांट के अंदर लड़ने वाले लड़ाकों को एक नया अल्टीमेटम जारी किया।

रूसी सेना ने मारियुपोल में एक विशाल इस्पात संयंत्र में छिपे रक्षकों के खिलाफ बुधवार को घेराबंदी सख्त कर दी है। यह मारियुपोल में यूक्रेन का संभवत: अंतिम गढ़ है। अंदर छिपे एक लड़ाके ने वीडियो में मदद की गुहार लगाते हुए कहा है, ‘‘हमारे पास शायद चंद दिन या कुछ घंटे बचे हैं।’’ नई बमबारी के कारण इस बंदरगाह शहर में फंसे नागरिकों को निकालने का प्रयास नाकाम हो गया है। इस बीच, क्रेमलिन ने युद्ध खत्म करने के लिए अपनी मांगों के एक मसौदे में कहा कि देश छोड़कर भागने वाले लोगों की संख्या 50 लाख पर पहुंच गयी है।

वैश्विक तनाव बढ़ने पर रूस ने नयी तरह की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ‘सरमट’ के पहले सफल परीक्षण की जानकारी दी। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यह किसी भी मिसाइल रक्षा प्रणाली से बच सकती है और रूस को धमकाने वाले लोगों को ‘‘दो बार सोचने’’ पर मजबूर करती है। रूस की सरकारी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस परीक्षण को ‘‘नाटो को तोहफा’’ बताया। पेंटागन ने इसे ‘‘नियमित’’ परीक्षण बताया और कहा कि वह इसे खतरा नहीं मानता है।