रूस ने इस देश को चारों ओर से घेरा, अमेरिका ने भी कमर कसी, शुरू हो सकता युद्ध

इन चिंताओं के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskiy) ने गुरुवार को फ्रंटलाइन का दौरा किया है. एक दिन पहले ही पुतिन के शीर्ष सहयोगियों ने कहा है कि यूक्रेन द्वारा क्षेत्र में मौजूद रूसी ‘नागरिकों’ पर किया कोई भी अत्याचार ‘यूक्रेन के अंत की शुरुआत होगी (Russia Ukraine Border Crisis).’

रूसी राष्ट्रपति प्रशासन के उप प्रमुख दमित्री कोजाक ने कहा है कि मास्को पहले कार्रवाई नहीं करेगा लेकिन अगर कीव ने उसके खिलाफ कोई कदम उठाया तो इसकी प्रतिक्रिया ‘पैर में गोली मारकर नहीं बल्कि मुंह पर मारकर होगी.’

पूर्वी यूरोप में स्थित विवादित क्षेत्र डोनबास में रूस ने सेना की तैनाती की है. इस क्षेत्र पर साल 2014 से रूस के समर्थन वाले अलगाववादियों ने कब्जा किया हुआ है (Russia Ukraine Conflict 2014). सैटेलाइट और सोशल मीडिया तस्वीरों से खुलासा होता है कि कैसे रूस ने पूर्वी डोनबास के वोरोनेक और क्रासनोडर में तोपें तैनात की हैं.

क्रेमलिन प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि पू्र्वी यूक्रेन में स्थिति ‘बेहद अस्थिर’ है और उन्होंने चेतावनी दी कि इससे ‘युद्ध’ का खतरा बढ़ रहा है. अमेरिका ने यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों की मौजूदगी पर चिंता जताई है. वहीं रूस का कहना है कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा.

रूस ने यूरोप के दूसरे बड़े देश यूक्रेन (Ukraine) को चारों ओर से घेर लिया है. रूस के हजारों सैनिक टैंक और मिसाइल के साथ तैनात हैं. लगातार बिगड़ते हालातों के चलते यूरोप में हाई अलर्ट जैसी स्थिति है.

जर्मनी की अपील के बाद भी रूस ने अपने सैनिकों को पीछे नहीं खींचा है (Russia Ukraine at War). रूस के तेवर देखते हुए अमेरिका ने कमर कस ली है और वह अगले हफ्ते काला सागर में अपने दो जंगी जहाज भेजने की तैयारी कर रहा है (Russia Ukraine Donbass). जिससे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ता जा रहा है.