रूस ने यूक्रेन में एक बार फिर बदली अपनी चाल, कई दशकों तक चलेगा…

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा है कि रूस ने यूक्रेन में एक बार फिर अपने सैन्य कमांडर को बदल दिया है. रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन में रूसी फौज के टॉप कमांडर सर्गेई सुरोविकिन को उनके पद से हटा दिया है. सुरोविकिन को 3 महीने पहले यूक्रेन में तैनात किया गया था. अब उनकी जगह पुतिन के स्पेशल मिलिट्री कैंपेन की अगुवाई चीफ ऑफ जनरल स्टाफ वलियरी गेरासिमोफ करेंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक  रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सुरोविकिन की जगह किसी और को लाने का मक़सद है ‘सेना की अलग-अलग शाखाओं के बीच नज़दीकी संपर्क बनाना और प्रबंधन की गुणवत्ता और प्रभाव में सुधार करना.’ वहीं रक्षा प्रवक्ता ने ये भी कहा कि रूस अपने टारगेट पर निर्णायक बढ़त हासिल कर चुका है.

लेकिन, रूस के रक्षा मंत्रालय की इस प्रेस विज्ञप्ति के बाद ऐसा भी कहा जा रहा है कि सुरोविकिन ने बहुत ज़्यादा ताक़त हासिल कर ली थी. इसलिए उन्हें उनकी तत्काल पोस्ट से हटा दिया गया और पुतिन ने उनकी जगह अपने सबसे ज्यादा विश्वासपात्र को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की कमान सौंपी है. वहीं मिलिट्री एक्सपर्ट रोब ली ने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘तीनों सेनाओं के कमांडर के तौर पर सुरोविकिन बहुत ताकतवर हो रहे थे और राष्ट्रपति पुतिन से अपने हर संवाद के दौरान पुतिन के रक्षा मंत्री और गेरासिमो को पूरी तरह से नजरअंदाज कर रहे थे.’  आपको बताते चलें कि ये वही सुरोविकिन हैं जिन्होंने हाल ही में यूक्रेन के ऊर्जा मामलों से जुड़े बुनियादी ढांचे पर बड़े हमले की जिम्मेदारी ली थी.

रूस के इस फैसले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखायलो पोडोलीक ने कहा, ‘यूक्रेन 2023 में युद्ध जीतने में सक्षम होगा अगर उसे पश्चिमी देशों से और अधिक शक्तिशाली हथियार, खासकर लंबी दूरी की मिसाइलें और भारी टैंक मिल सकें, वरना हमारा युद्ध अगले कई दशकों तक चलेगा.सबसे खूनी जंग पूर्वी यूक्रेन के बखमुत और सोलेदार में चल रही है.