राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड का बदला नाम , जानकर चौक जाएंगे आप

मध्य प्रदेश कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने कहा कि बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी पीएम थे, उन्होंने 21वीं सदी में देश का नेतृत्व किया।

उन्होंने खेल के क्षेत्र के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया। केंद्र सरकार पर आरोप लगता हुए उन्होंने कहा कि मौजूद प्रशासन भगवाकरण करना चाहती है और इसलिए उन्होंने दूसरा नाम दिया।

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार अब हॉकी के जादूगर यानी ‘मेजर ध्यानचंद’ के नाम सेहोगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ध्यानचंद के सम्मान में खेल के सबसे बड़े पुरस्कार का नाम बदलने का एलान किया है।

खेल रत्न पुरस्कार खेल की दुनिया में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है। अभी इसका नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड है, जिसे अब बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड किए जाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई है।

जिसके बाद विपक्ष गुस्से में है, सोशल मीडिया पर लगातार कांग्रेसी नेताओ समेत अन्य विपक्षी पार्टियों और तमाम तरह के लोग आलोचना कर रहे हैं। वहीं देश के अधिकतर राज्यों के जाने-मानें नेताओं ने इस निर्णय का स्वागत किया है और इसे ऐतिहासिक करारा दिया है।