कोरोना संक्रमण के चलते सीएम योगी को रिटायर्ड फौजी ने लिखी चिट्ठी , करी ये मांग

पिता दो दिन सीएमओ कोविड कमांड सेंटर से बेटे को किसी अच्छे अस्पताल में शिफ्ट करने की गुहार लगाते रहे। लेकिन 29 अप्रैल को अभिषेक को चंदन अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पांच मई की अभिषेक की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई।

जिसपर अभिषेक को छह मई को नॉन कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया। लेकिन इलाज के दौरान अभिषेक की किडनी पर बुरा असर पड़ा। रेस्पेटरी सिस्टम फेल होने पर अभिषेक को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया है।

इस दौरान रिटायर्ड सैनिक पिता ने अपनी सारी जमा पूंजी और रिश्तेदारों से मदद लेकर 20 लाख रुपए अभिषेक के इलाज में खर्च कर दिया। लेकिन अब आगे खर्च करने के लिए उनके पास पैसा नहीं बचा है।

इसके बाद उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे बेटे की जिंदगी बचा लीजिए। मेरे पास कुछ भी नहीं बचा है। एक घर है जिसे बेचने पर विवश हूं।

दरअसल, पूर्व सैनिक बालाजी त्रिपाठी के बेटे अभिषेक त्रिपाठी (25) का वर्ष 2016 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। चिट्ठी में बताया कि अभिषेक त्रिपाठी 10 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गए थे।

उनको 15 अप्रैल को फेफड़े के 75 प्रतिशत तक संक्रमित होने और ऑक्सीजन लेवल कम होने सहित कई दिक्कतों के बाद किसी तरह हर्षित अस्पताल में भर्ती कराया गया।

हालांकि इस अस्पताल में 27 अप्रैल को अभिषेक की तबियत और बिगड़ने लगी। सांस लेने में दिक्कत हुई तो उन्होंने किसी अच्छे लेवल 3 के कोविड अस्पताल में बेड की गुहार लगाई।

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते परिवार के परिवार उजड़ रहे हैं। बच्चे अनाथ हो रहे हैं तो वहीं, मां-बाप भी अपने बच्चों को खो रहे हैं। इस बीच एक रिटायर्ड फौजी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर बेटे के इलाज के लिए मदद की गुहार लगाई है।

रिटायर्ड फौजी ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने बेटे की किडनी और फेफड़ों पर बुरा असर डाला हैं। अब तक इलाज के नाम पर प्राइवेट अस्पताल में 20 लाख रुपए खर्च कर चुका है, लेकिन अब भी हालत गंभीर बनी हुई है।