निर्भया केस : दोषियों के फांसी में आई ये नयी रुकावट, अब 1 फरवरी की जगह…

मुकेश की वकील ने लगाए ये आरोप मुकेश की ओर से पेश वकील अंजना प्रकाश ने मंगलवार को ये आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति के सामने सभी दस्तावेज नहीं रखे गए थे।

 

जिसपर आज कोर्ट ने कहा है कि ऐसा नहीं है, राष्ट्रपति के सामने सभी दस्तावेज रखे गए थे और उन्होंने सभी दस्तावेजों को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लिया था। वहीं वकील ने ये भी कहा था कि यह न्याय को खत्म करना है।

इससे पहले इन सभी दोषियों को 22 जनवरी को सुबह फांसी दी जानी थी, लेकिन मुकेश की याचिका की वजह से इसे टालना पड़ा था और अब इन दोषियों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी की सजा दी जाएगी।

इस पर अदालत ने पूछा कि आप यह कैसे कह सकती हैं कि राष्ट्रपति के सामने पूरे तथ्य नहीं रखे गए थे? यह कैसे कहा जा सकता है कि राष्ट्रपति ने सही से विचार नहीं किया?

सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह से आज निर्भया मामले के दोषी मुकेश की याचिका को खारिज किया उसके बाद उसके सभी कानूनी विकल्फ खत्म हो गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद निर्भया की मां ने मांग की है अब दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर चढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती हूं और चाहती हूं कि सभी दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर जढ़ाया जाए। मैंने सात साल तक कानून पर अपना भरोसा बनाए रखा और आगे भी बनाए रखूंगी।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दोषियों की फांसी की सजा से तकरीबन 70 घंटे पहले आया है। सभी चार दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर को 1 फरवरी को फांसी दी जाएगी। मुकेश सिंह की याचिका की वजह से 22 जनवरी को होने वाली फांसी की सजा को टालना पड़ा था।