प्रॉपर्टी से ज्यादा रिटर्न रियल एस्टेट शेयरों ने दिया, 6 महीने में मिला नया मकान खरीदने जितना पैसा

गोल्ड और प्रॉपर्टी में निवेश करना फायदे का सौदा माना जाता है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में जिस तरह से इनके दाम में बढ़ोतरी हुई उससे लोगों को जबरदस्त रिटर्न मिला है. आज भी महानगरों से लेकर बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही है.इसका सीधा फायदा निवेशकों के साथ-साथ रियल एस्टेट कंपनियों को भी मिल रहा है. ऐसे में प्रॉपर्टी के साथ-साथ रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में निवेश करना भी फायदे का सौदा साबित हो सकता है.

कोरोना के बाद से मांग में सुधार होने से देश के रियल एस्टेट सेक्टर में लगातार तेजी देखी जा रही है. निफ्टी रियल्टी इंडेक्स पिछले 6 महीनों में 40% से अधिक चढ़ा है और अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर ट्रेड कर रहा है. चूंकि, त्यौहारी सीजन नजदीक है इसलिए घर और फ्लैट की बिक्री से रियल एस्टेट सेक्टर में और तेजी देखने को मिल सकती है.

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रियल एस्टेट सेक्टर की कंपनी मैक्रोटेक डेवलपर्स के शेयर में पिछले 6 महीने की अवधि में लगभग 66 फीसदी की तेजी आई है. प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स में 60 प्रतिशत, डीएलएफ के शेयरों में 51% , गोदरेज प्रॉपर्टीज में 45% और द फीनिक्स मिल्स में 42% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, ओबेरॉय रियल एस्टेट और सनटेक रियल्टी के शेयरों में पिछले 6 महीनों में 35 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है.

सेक्टर में और तेजी आने का अनुमान

कुशमैन एंड वेकफील्ड के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर में निजी इक्विटी निवेश इस साल पहले 6 महीनों में सालाना आधार पर 51 प्रतिशत बढ़कर 24,680 करोड़ रुपये रहा. निजी इक्विटी निवेश इस साल अप्रैल-जून तिमाही में 15,580 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 63 प्रतिशत और बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले 60 प्रतिशत अधिक है.

वहीं, नारेडको-नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रियल एस्टेट मार्केट का आकार 2047 तक 12 गुना से अधिक होकर 5,800 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है. पिछले साल यह आंकड़ा 477 अरब अमेरिकी डॉलर का था. इन दोनों रिपोर्ट्स से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रॉपर्टी में निवेश किस तरह से बढ़ रहा है.