इन 10 राज्यों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, दिल्ली में बने गंभीर हालात

देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल और शोध संस्थान एम्स में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब 30 से अधिक स्वास्थ्यकर्मी कोराना से संक्रमित पाए गए।

 

इनमें कुछ ने टीका नहीं लगवाया है और कुछ ने टीके की एक ही डोज ली थी। इस मामले में एम्स की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। एम्स के हॉट-स्पॉट बनने को स्वास्थ्य मंत्रालय भी बेहद गंभीरता से ले रहा है।

एक दिन में 542 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। दिल्ली में कोरोना के कुल मामले सात लाख को पार कर गए हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को जारी दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में 5 हजार 32 और मरीज ठीक हुए हैं।

वहीं देश की राजधानी में कोरोना का प्रकोप लगातार जारी है। शुक्रवार को यहां कोरोना के 8 हजार 521 नए मामले सामने आए और बीमारी से 39 मरीजों की मौत हो गई।

इससे पहले 11 नवंबर को रिकॉर्ड 8 हजार 593 के सामने आए थे। वही 15 दिसंबर के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। इससे पहले 15 दिसंबर को 41 मौतें हुई थी।

कोरोना संक्रमण दर 7.7% हो गई है। एक दिन में रिकॉर्ड 1 लाख 9 हजार 398 लोगों की कोरोना जांच की गई। इसके साथ ही कोरोना रिकवरी दर घटकर 94 फीसदी हो गई है। सक्रीय मरीजों की संख्या बढ़कर 26 हजार 631 हो गई है। अब तक कोरोना के 11 हजार 196 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं।

देश में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात, और राजस्थान में कोविड-19 के मामले रोजाना तेजी से बढ़ रहे हैं। संक्रमण के नए मामलों में से 83.29 प्रतिशत इन राज्यों में हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुल 1,31,968 नए मामले दर्ज किए गए जो अब तक एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं।

महाराष्ट्र में सर्वाधिक 56,286 नए मामले सामने आए। इसके बाद छत्तीसगढ़ में 10,652 जबकि उत्तर प्रदेश में 8,474 नए मामले सामने आए। अकेले महाराष्ट्र में संक्रमण के कुल मामलों के 53.84 प्रतिशत मामले हैं।