हरियाणा में सत्ता में विराजमान बीजेपी (भाजपा) पंचकूला हिंसा मुद्दे में आरोपी हनीप्रीत इंसा को उसके दत्तक पिता व कारागार में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से मुलाकात करवाने के पक्ष में लग रही है. दरअसल हरियाणा के एक मंत्री ने बोला है कि राम रहीम से मुलाकात करना उनका (हनीप्रीत) अधिकार है.
अधिकारियों ने बोला कि राम रहीम व हनीप्रीत के बीच मुलाकात से प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है. पुलिस ने कारागार अधिकारियों को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में मीटिंग की वकालत नहीं की है. प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने सोमवार को यहां बोला कि सभी लोगों को दोषियों से मुलाकात करने का बराबर अधिकार है व कानून किसी को उस आदमी से मिलने से नहीं रोकता है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, उन्होंने मीडिया से बोला कि राम रहीम से मुलाकात को लेकर हनीप्रीत के आवेदन पर सरकार कानूनी सलाह ले रही है व अगर कोई समस्या नहीं है तो वह राम रहीम से मुलाकात कर सकती हैं. लेकिन अब तक इस मामले पर कोई फैसला नहीं लिया गया है.
स्वयंभू बाबा राम रहीम का क्षेत्र में अच्छा-खासा असर है व बड़ी संख्या में लोग उसका अनुसरण करते हैं. इससे पहले उसने अपने आश्रम के मुख्यालय में खेतों की देखभाल के लिए 42 दिनों की पैरोल की मांग की थी, लेकिन उसकी रिहाई से उत्पन्न होने वाली कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए उसे पैरोल नहीं दी गई थी.
पंचकूला की एक न्यायालय ने हालांकि हनीप्रीत को हिंसा के मुद्दे में जमानत दे दी है. इससे पहले निचली न्यायालय ने हनीप्रीत व 35 अन्य आरोपियों के विरूद्ध देशद्रोह का आरोप हटा दिया था. वह वैसे आश्रम के मुख्यालय में रह रही है. राम रहीम को अगस्त 2017 में दो स्त्रियों के साथ बलात्कार करने के लिए 20 साल की सजा सुनाई गई थी.
पंचकूला स्थित एक विशेष CBI न्यायालय ने जनवरी में उसे व तीन अन्य को 16 वर्ष पहले एक पत्रकार की मर्डर मुद्दे में भी आजीवन जेल की सजा सुनाई थी. 51 वर्षीय बाबा वैसे रोहतक की हाई सिक्योरिटी वाली सुनारिया कारागार में बंद है.