आज लखनऊ अस्पताल का जाएजा लेने पहुंच रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जाने पूरी खबर

कोरोना महामारी को लेकर रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि, 2-3 सप्ताह के दौरान कोविड -19 के मरीजों की संख्या अत्यधिक बढऩे से सदी का सबसे बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है।

आपातकालीन स्थिति को भांपते हुए हरसंभव संसाधनों को जुटाकर पूरे सरकारी तंत्र ने तुरंत कार्रवाई की। इस अदृश्य और घातक दुश्मन के खिलाफ इस संघर्ष में वैज्ञानिक समुदाय, स्वास्थ्य पेशेवरों, नागरिक प्रशासन के साथ ही सशस्त्र बल भी तत्परता से खड़ा है।

भारतीय सेना, वायु सेना, नौसेना और डी.जी. ए.एफ.एम.एस., डी.आर.डी.ओ., ओ.एफ.बी., डी.पी.एस.यू., एन.सी.सी., कैंटोनमैंट बोर्ड्स जैसे रक्षा मंत्रालय के अन्य संगठन भी लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए मदद में जुटे हुए हैं।

आपातकालीन वित्तीय अधिकारः मैंने सशस्त्र बलों को संकट से निपटने के लिए नागरिक प्रशासन को हरसंभव सहायता देने का निर्देश दिया है। लोगों को सशस्त्र बलों की क्षमताओं पर अत्यधिक भरोसा और विश्वास है।

सशस्त्र बलों को आपातकालीन वित्तीय शक्तियां प्रदान की गईं, ताकि फार्मेशन कमांडर्स क्वारंटीन सुविधाएं/ अस्पताल स्थापित और उन्हें संचालित कर सकें और महामारी के खिलाफ जंग में चल रहे प्रयासों में सहायता के लिए विभिन्न सेवाओं और आवश्यक कार्यों के प्रावधान करने के अलावा उपकरणों/ वस्तुओं / सामग्री/स्टोर्स की खरीद/ मुरम्मत का कार्य कर सकें।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पूरे दिन के कार्यक्रम को भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताते हुए कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 11 मई को सुबह 11:30 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से सरोजनीनगर स्थित एचएएल और राज्य सरकार के सहयोग से तैयार 255 बेड के कोविड-19 अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद 12:35 बजे वह अवध शिल्पग्राम पहुंचकर वहां शुरू हो चुके अटल बिहारी वाजपेई कोविड अस्पताल का भी निरीक्षण करेंगे।

देश में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते मामले को देखते हुए कई राज्यों में तेजी से अस्थाई अस्पताल की व्यवस्था की जा रही है। ताकि लोगों को बेड की सुविधा मिल सके।

ऐसे में आज रक्षामंत्री और सांसद राजनाथ सिंह आज लखनऊ अस्पताल का जाएजा लेने पहुंच रहे हैं। वह डीआरडीओ द्वारा अवध शिल्पग्राम में और एचएएल द्वारा हज हाउस में तैयार कोविड अस्पताल का दौरा करेंगे।