आपको बता दें कि 2017 में तब के रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने यह दावा किया था कि 2020 के बाद से ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट की व्यवस्था खत्म हो जाएगी,और लोगों को सिर्फ कंफर्म टिकट ही मिलेंगे.
रेल मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा है कि, रेलगाडि़यों को मांग के अनुसार उपलब्ध कराने के लिए क्षमता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इससे यात्रियों के लिए प्रतीक्षा सूची में आने की संभावना कम हो जाएगी.
प्रतीक्षा सूची एक ऐसा प्रावधान है जो हमेशा बनी रहती है जब किसी रेलगाड़ी में यात्रियों द्वारा की गई मांग बर्थ या उपलब्ध सीटों की संख्या से अधिक होती है. रेलवे ने स्पष्ट रुप कहा है कि इस प्रावधान को समाप्त नहीं किया जा रहा है. ‘प्रतीक्षा सूची’ एक ऐसा प्रावधान है जो मांग एवं उपलब्धता में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए एक बफर के रूप में कार्य करती है.
कुछ ख़बरों में बताया गया है कि रेलवे ने कहा है कि 2024 से कोई प्रतीक्षा सूची नहीं होगी या 2024 तक केवल कंफर्म टिकटें ही उपलब्ध होंगी. इन खबरों का खंडन करते हुए रेलवे ने स्पष्टीकरण जारी किया है.