बैंककर्मियों की हड़ताल का राहुल गांधी ने किया समर्थन, कहा सरकार करना चाहती है ऐसा…

राहुल गांधी मौजूदा केंद्र सरकार के लिए लगातार ये कहते रहे हैं कि ये सरकार आम लोगों की बजाय बड़े कारोबारियों को फायदा पहुंचाती रही है. इससे पहले उन्होंने ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और हैदराबाद हवाई अड्डों (Airports) में अपनी बची हिस्सेदारी बेचने की सरकार की योजना को लेकर सोमवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि निजीकरण से जनता के हितों का नुकसान होता है और कुछ उद्योगपतियों को फायदा होता है.

उन्होंने कहा, ”बनाना नहीं, सिर्फ बेचना जानता है. निजीकरण से जनता के हितों का नुकसान होता है और कुछ उद्योगपतियों को फायदा होता है.”

2 सरकारी बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) की ओर से दो दिनों की हड़ताल बुलाई गई है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 1 फरवरी 2021 को अपने बजट भाषण में कहा था कि दो सरकारी बैंकों और एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण किया जाएगा.

इसके बाद से ही बैंक संगठन और कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं. चार दिनों तक लगातार बैंकों के बंद रहने से देश को बड़ी आर्थिक चोट लगना तय है. इससे सरकार के साथ-साथ आम आदमी के कामकाज भी अटक जाएंगे.

दरअसल, दो बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बैंक संगठनों ने दो दिनों- 15 और 16 मार्च को हड़ताल (Bank Strike) का आगाज किया है. बैंक संगठनों की दो दिवसीय हड़ताल में करीब 10 लाख बैंक कर्मचारी और अधिकारी शामिल हो सकते हैं.

पहले दिन हड़ताल की वजह से देश के सरकारी और ग्रामीण बैंकों में हजारों की संख्या में उपभोक्ता परेशान हुए, बैंकों से जुड़ा कोई भी लेनदेन नहीं हो सका. वहीं, लखनऊ में कैश के लिए भी उपभोक्ता शहर भर में भटकते हुए नजर आए.

निजीकरण (Privatization) के नाम पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आए दिन बीजेपी सरकार पर हमलावर रहते हैं. अब उन्होंने बैंकों के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों का भी समर्थन किया है और कहा कि सरकार पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचकर देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता कर रही है.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “सरकार लाभ का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है. पब्लिक सेक्टर के बैंकों को बेचकर देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता किया जा रहा है. मैं हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों के साथ खड़ा हूं.”